ग्वालियर को मिला देश का पहला जियो साइंस म्यूजियम, उपराष्ट्रपति और मुख्यमंत्री ने किया शुभारम्भ

Abhishek singh
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भारत का पहला जियो साइंस म्यूजियम ग्वालियर के महाराज बाड़ा स्थित ऐतिहासिक विक्टोरिया मार्केट बिल्डिंग में स्थापित किया गया है, जिसका उद्घाटन भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया। यह म्यूजियम भूविज्ञान, पृथ्वी की उत्पत्ति और मानव सभ्यता के विकास से संबंधित अद्वितीय जानकारी का एक प्रमुख केंद्र बन गया है।

अत्याधुनिक उपकरणों से सजा संग्रहालय

इस संग्रहालय को दो प्रमुख गैलरी में विभाजित किया गया है— “एवोल्यूशन ऑफ अर्थ” और “एवोल्यूशन ऑफ लाइफ”। यहां पृथ्वी की उत्पत्ति, डायनासोर के युग, पृथ्वी के केंद्रीय कोर और भूगर्भीय घटनाओं को अत्याधुनिक तकनीकों और लाइट इफेक्ट्स के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। म्यूजियम में ज्वालामुखी, भूकंप और महासागरों से संबंधित जानकारी को अत्यंत प्रभावशाली तरीके से दिखाया गया है।

मानव सभ्यता और पृथ्वी के उत्थान की कहानी

पहली गैलरी में पृथ्वी के विकास को विस्तार से प्रदर्शित किया गया है, जहां यह बताया गया है कि पृथ्वी कैसे बनी और इसके भीतर लावा, पर्वत निर्माण, ज्वालामुखी जैसी प्राकृतिक घटनाएं कैसे होती हैं। दूसरी गैलरी में मानव सभ्यता के विकास को चित्रित किया गया है, जिसमें डायनासोर की उत्पत्ति और विलुप्ति के साथ-साथ मानव जीवन के क्रमिक विकास का भी उल्लेख किया गया है।

धरती के रहस्यों का समाधान

संग्रहालय में भूविज्ञान से जुड़े दुर्लभ नमूनों को मल्टीमीडिया डिस्प्ले के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है, जो हर आयु वर्ग के लिए ज्ञानवर्धक है, चाहे वह बच्चे हों या बड़े। डायनासोर के अंडे, बेशकीमती रत्न और ज्वालामुखी से संबंधित नमूने म्यूजियम को और भी विशिष्ट और आकर्षक बनाते हैं।

भूकंप और ज्वालामुखी के प्रभावों का वास्तविक अनुभव

पर्यटक यहां भूकंप का अनुभव भी कर सकेंगे। इसके अलावा, वायुमंडल और महासागरों के रहस्यों को एक आकर्षक तरीके से प्रदर्शित किया गया है। यह म्यूजियम न केवल भूविज्ञान के छात्रों के लिए, बल्कि सामान्य दर्शकों के लिए भी अत्यंत रोचक और आकर्षक है।