Election: महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, वहीं झारखंड में 38 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी है। महाराष्ट्र में एक ही चरण में मतदान हो रहा है, जबकि झारखंड में दो चरणों में चुनाव हो रहे हैं। झारखंड में पहले चरण की वोटिंग 13 नवंबर को हुई थी, और अब दूसरे चरण के चुनाव हो रहे हैं। दोनों राज्यों में चुनावी मुकाबला तीव्र है, जहां प्रमुख गठबंधन एक-दूसरे को चुनौती दे रहे हैं।
महाराष्ट्र में दो प्रमुख गठबंधनों के बीच मुकाबला
महाराष्ट्र में चुनावी लड़ाई मुख्य रूप से दो गठबंधनों के बीच है। एक ओर महायुति गठबंधन है, जिसमें बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना, और अजित पवार गुट की एनसीपी शामिल हैं। वहीं, दूसरी ओर महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन है, जिसमें कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना, और शरद पवार गुट की एनसीपी शामिल हैं। इस बार महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर कुल 4140 उम्मीदवार मैदान में हैं।
महायुति के तहत बीजेपी 149 सीटों, शिवसेना 81 सीटों, और अजित पवार गुट की एनसीपी 59 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। वहीं महाविकास अघाड़ी के तहत कांग्रेस 101 सीटों, उद्धव ठाकरे की शिवसेना 95 सीटों और एनसीपी 86 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इस बार महाराष्ट्र में 29 सीटें अनुसूचित जाति (SC) और 25 सीटें अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित हैं।
चर्चित उम्मीदवार और दिलचस्प मुकाबले
महाराष्ट्र चुनाव में कई चर्चित नेता मैदान में हैं, जिनमें देवेंद्र फडणवीस (बीजेपी) नागपुर दक्षिण-पश्चिम सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के प्रफुल्ल गुडधे से है। फडणवीस लगातार चौथी बार इस सीट को जीतने की कोशिश में हैं। वहीं, बारामती सीट पर अजित पवार और उनके भतीजे युगेंद्र पवार के बीच रोमांचक मुकाबला है। युगेंद्र पवार पहली बार चुनाव मैदान में हैं और उन्हें शरद पवार का समर्थन प्राप्त है।
वांद्रे ईस्ट सीट पर जीशान सिद्दीकी (शिवसेना-यूबीटी) और वरुण सरदेसाई (उद्धव ठाकरे शिवसेना) के बीच मुकाबला है। जीशान को युवाओं और मुस्लिम समुदाय का समर्थन है, जबकि वरुण सरदेसाई का शिवसेना के परंपरागत वोटों में मजबूत आधार है। वर्ली सीट पर आदित्य ठाकरे (शिवसेना-यूबीटी), मिलिंद देवड़ा (शिंदे सेना), और संदीप देशपांडे (मनसे) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। आदित्य ने 2019 में यहां बड़ी जीत हासिल की थी। कोपरी-पचपखड़ी सीट पर एकनाथ शिंदे की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है, जहां उनका मुकाबला उनके राजनीतिक गुरु आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे से है।
उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोतरी
इस बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों की संख्या में 28% की वृद्धि देखी गई है। कुल 4136 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि 2019 में यह संख्या 3239 थी। इन उम्मीदवारों में से 2086 निर्दलीय उम्मीदवार हैं, जिनमें से कई बागी उम्मीदवार हैं, जो महायुति और महाविकास अघाड़ी के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं।
झारखंड में चुनावी मुकाबला
झारखंड में दूसरे चरण के चुनावी मुकाबले में 528 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 472 पुरुष, 55 महिलाएं, और 1 तृतीय लिंग उम्मीदवार है। इस चरण में 38 सीटों पर मतदान हो रहा है, जिसमें 8 सीटें अनुसूचित जनजाति और 3 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इसमें सबसे ज्यादा ध्यान संथाल परगना क्षेत्र की सीटों पर है, जहां 18 सीटों पर मतदान हो रहा है। एनडीए ने चुनाव प्रचार में आरोप लगाया है कि राज्य सरकार के पांच साल के कार्यकाल के दौरान इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर घुसपैठ हुई है।
दिग्गज नेताओं की सियासी किस्मत दांव पर
झारखंड में दूसरे चरण की चुनावी लड़ाई में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (जेएमएम), बाबूलाल मरांडी (पूर्व मंत्री), कल्पना सोरेन (हेमंत सोरेन की पत्नी), और अमर कुमार बाउरी (भा.ज.पा.) जैसे दिग्गज नेताओं की किस्मत दांव पर है। हेमंत सोरेन बरहेट सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि बाबूलाल मरांडी धनवार सीट से चुनावी मैदान में हैं।
झारखंड के 38 सीटों पर मतदान
झारखंड की 38 विधानसभा सीटों में मतदान हो रहा है, जिनमें से प्रमुख सीटें हैं: बाघमारा, बरहेट, बेरमो, बोकारो, धनबाद, देवघर, गांडेय, झरिया, महगामा, रामगढ़, शिकारीपाड़ा, और सिल्ली।
उपचुनाव और लोकसभा सीट पर मतदान
इसके अलावा, 5 राज्यों की 15 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, जिनमें से 9 सीटें उत्तर प्रदेश की हैं। इसके साथ ही, महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव हो रहा है, जो कांग्रेस सांसद वसंतराव चव्हाण के निधन के बाद खाली हुई थी। इस उपचुनाव में कांग्रेस ने वसंतराव चव्हाण के बेटे रवींद्र चव्हाण को उम्मीदवार बनाया है, जबकि बीजेपी ने डॉ. संतुक हंबर्डे को मैदान में उतारा है।