Stock Market : पिछले दिन भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का एक और बड़ा दौर देखने को मिला। सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट के कारण निवेशकों में घबराहट फैल गई है। गुरुवार को बाजार खुलने के साथ ही 800 से 900 अंकों तक की गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट डोनाल्ड ट्रंप की जीत के अगले ही दिन देखी गई, जिससे एक सवाल उठता है कि क्या ट्रंप की जीत इसका कारण है, या फिर इसके पीछे अन्य वैश्विक आर्थिक परिस्थितियाँ हैं?
सेंसेक्स और निफ्टी की ताजा स्थिति
गुरुवार की सुबह से ही बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट देखी गई। जैसे ही बाजार खुला, सेंसेक्स में 834 अंकों की गिरावट आई और यह 79567 के स्तर तक पहुँच गया। वहीं निफ्टी में भी 190 अंकों से अधिक की गिरावट देखी गई। यह गिरावट दर्शाती है कि बाजार में किसी प्रकार की बेचैनी और अनिश्चितता फैली हुई है।
सेंसेक्स पर सूचीबद्ध कंपनियों में कई प्रमुख शेयरों में गिरावट आई, जिनमें बजाज फिनसर्व, अल्ट्राटेक सीमेंट, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक, अदानी पोर्ट्स और नेस्ले शामिल हैं। हालांकि, कुछ कंपनियों के शेयर जैसे टाटा स्टील, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और जेएसडब्ल्यू स्टील में मामूली वृद्धि देखी गई।
क्या है गिरावट का कारण?
1. वैश्विक परिस्थितियों का असर
गिरावट के पीछे सबसे पहला कारण वैश्विक परिस्थितियाँ हैं। पिछले कुछ दिनों से, विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार से अपनी निकासी जारी रखे हुए हैं। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली से बाजार पर दबाव बढ़ता जा रहा है, जिससे बाजार में गिरावट आ रही है।
2. अमेरिकी फेड की बैठक का प्रभाव
इसके अलावा, अमेरिकी फेड की बैठक भी इस गिरावट का एक प्रमुख कारण है। आज अमेरिकी फेड की बैठक होनी है, जिसमें ब्याज दरों में कटौती के बारे में फैसला लिया जाएगा। फेड द्वारा 0.25 प्रतिशत की कटौती की उम्मीद की जा रही है, लेकिन अगर यह उम्मीद से कम हुआ या अधिक कटौती की घोषणा की गई, तो इसका असर वैश्विक बाजारों पर होगा। यदि अमेरिकी फेड की बैठक के निर्णय से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा, तो भारतीय बाजार भी इससे प्रभावित हो सकते हैं।
3. निवेशकों की सावधानी और मुनाफावसूली
इस बीच भारतीय निवेशक भी बाजार में सावधानी बरत रहे हैं। ऐसे समय में, जब बाजार में उतार-चढ़ाव होते हैं, तो मुनाफावसूली का दौर भी तेजी से शुरू हो जाता है। निवेशक अक्सर गिरते बाजार में मुनाफा निकालने के लिए जल्दी बिकवाली करते हैं, जिससे और भी गिरावट आती है।
क्या ट्रंप की जीत ही गिरावट का कारण है?
हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप की जीत को लेकर उत्साह था, लेकिन भारतीय बाजार की गिरावट का मुख्य कारण इससे कहीं अधिक है। वैश्विक बाजार की परिस्थितियाँ, विदेशी निवेशकों की निकासी, और अमेरिकी फेड की आगामी बैठक के कारण भारतीय शेयर बाजार में यह गिरावट देखी जा रही है।
हालांकि, अगर फेड द्वारा दरों में कटौती की घोषणा होती है, तो यह गिरावट स्थिर हो सकती है। लेकिन फिलहाल निवेशकों को सतर्क रहना होगा और बाजार की आगामी चाल पर ध्यान रखना होगा।