लोक गायिका शारदा सिन्हा की हालत नाजुक हो गई है और उन्हें दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस समाचार के बाद से उनके प्रशंसक बेहद चिंतित हैं। विशेषकर बिहार के सुपौल जिले के हुलास गांव के लोग, जहां उनका पैतृक घर है, सभी उनकी स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं।
इस दुखद समाचार के बीच, छठ पूजा का पर्व भी आ गया है, जो बिहारवासियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। शारदा सिन्हा की बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति पर अब बिहार की गायिका मैथिली ठाकुर ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
शारदा सिन्हा के गांव में छाया सन्नाटा
शारदा सिन्हा के पैतृक गांव हुलास में उनकी बीमारी की खबर ने वहां के निवासियों को गहरे सदमे में डाल दिया है। गांव के लोग दुःख और चिंता के साथ भगवान से उनकी शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं। शारदा सिन्हा के प्रति भावनात्मक जुड़ाव रखने वाले लोग उनकी स्वास्थ्य स्थिति को लेकर चिंतित हैं। उनके गांव में मौन छा गया है। इस बीच, बिहार की गायिका मैथिली ठाकुर ने उनकी बिगड़ती सेहत पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
‘छठ का दूसरा नाम ही शारदा सिन्हा’
लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने भी शारदा सिन्हा की सेहत को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है। एबीपी न्यूज के अनुसार, खुद एक प्रसिद्ध गायिका मैथिली ठाकुर ने कहा, ‘यह छठ का समय है और हमें टीवी पर यह दुखद खबर सुनने को मिल रही है कि शारदा सिन्हा अस्पताल में भर्ती हैं। यह बहुत ही दुखद है। शारदा जी ने हमेशा हमें अपने गीतों से प्रेरित किया है। वे न केवल बिहार की, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का प्रतीक हैं। उनके जैसे कलाकारों ने लोक संगीत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। मैं प्रार्थना करती हूं कि वे जल्द स्वस्थ हो जाएं।’ आपको बता दें कि वर्तमान में गायिका वेंटिलेटर पर हैं, और उनके बेटे लगातार उनकी स्वास्थ्य स्थिति के अपडेट साझा कर रहे हैं।
छठ गीतों के माध्यम से शारदा सिन्हा की पहचान
शारदा सिन्हा ने अपने करियर की शुरुआत 1974 में भोजपुरी गीत गाने से की थी। लेकिन 1978 में उनका छठ गीत ‘उग हो सुरुज देव’ बहुत प्रसिद्ध हो गया, जिसके बाद वे लोक संगीत के क्षेत्र में एक प्रमुख नाम बन गईं।