मध्य प्रदेश के 46 जिलों से मानसून ने विदाई ले ली है। शुक्रवार को 11 जिलों से मानसून वापस चला गया, जबकि कुछ जिलों में अभी भी बारिश हो रही है। अरब सागर में बने गहरे कम दबाव के क्षेत्र और राजस्थान पर चक्रवात के कारण यह स्थिति बनी है। इस मौसम परिवर्तन से कुछ शहरों में तेज वर्षा भी देखने को मिल रही है।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
इस दौरान, इंदौर, हरदा, खरगोन, खंडवा, बड़वानी, धार, मंडला, सिवनी, और पचमढ़ी जैसे जिलों में बारिश हुई। खासकर, हरदा जिले के सिराली क्षेत्र में एक घंटे की तेज बारिश ने लोगों को उमस से राहत दी। शुक्रवार को नरसिंहपुर, जबलपुर, कटनी, उमरिया, अनूपपुर, सतना, मैहर, सीधी, मऊगंज, रीवा, शहडोल और सिंगरौली से भी मानसून की वापसी हुई।
भविष्य में बारिश के आसार
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, मध्य प्रदेश के कई जिलों में बारिश का यह सिलसिला अगले तीन से चार दिन तक जारी रह सकता है। भोपाल, सागर, और उज्जैन संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा की संभावना है।
मौजूदा मौसम प्रणाली
मौसम विभाग के अनुसार, महाराष्ट्र और अरब सागर के ऊपर गहरा कम दबाव बना हुआ है, जबकि राजस्थान पर चक्रवात की गतिविधियाँ सक्रिय हैं। इसके चलते प्रदेश में विपरीत हवाओं का असर देखने को मिल रहा है, जिससे दक्षिणी मध्य प्रदेश के क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है।
हालांकि मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों से मानसून लौट चुका है, लेकिन बारिश की गतिविधियाँ अब भी जारी हैं। आगामी दिनों में कुछ जिलों में हल्की बौछारें और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना बनी हुई है, जिससे मौसम में ठंडक और नमी बनी रहेगी। मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार, इन क्षेत्रों में सावधानी बरतने की आवश्यकता है।