Ratan Tata Death: टाटा उद्योग समूह के पूर्व सीईओ और प्रमुख उद्योगपति रतन टाटा का 9 अक्टूबर को निधन हो गया। उनके निधन पर भारत के उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ गई है, क्योंकि उन्हें देश के औद्योगिक क्षेत्र का जनक माना जाता था।
भारत रत्न की मांग
रतन टाटा की उपलब्धियों को देखते हुए, विभिन्न स्तरों से यह मांग उठाई जा रही है कि उन्हें भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाए। महाराष्ट्र की राज्य कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि केंद्र सरकार से रतन टाटा को भारत रत्न देने का अनुरोध किया गया है।
श्रद्धांजलि की सभा
राज्य कैबिनेट की बैठक में रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री शिंदे ने इस अवसर पर शोक प्रस्ताव पेश किया, जिसमें टाटा के सामाजिक कार्यों और उद्योग जगत में उनके योगदान का जिक्र किया गया।
रतन टाटा के सिद्धांत
एकनाथ शिंदे ने कहा कि रतन टाटा का योगदान केवल उद्योग तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने सामाजिक उत्थान के कार्यों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके नैतिक मूल्य और उच्च शासन के सिद्धांत ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।
टाटा समूह का योगदान
रतन टाटा ने टाटा समूह के माध्यम से देश के पुनर्निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कई चैरिटेबल ट्रस्टों का संचालन किया और समाज सेवा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
अपूरणीय क्षति
रतन टाटा का निधन महाराष्ट्र और पूरे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी महानता, नवप्रवर्तन और परोपकारिता का अद्वितीय समन्वय हमें हमेशा याद रहेगा। रतन टाटा की आत्मा को शांति मिले, यह राज्य मंत्रिमंडल ने सभी नागरिकों की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।