Ayodhya Deepotsav: अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं, जहां योगी सरकार आठवीं बार इस महोत्सव का आयोजन करने जा रही है। इस बार का दीपोत्सव हर साल की तुलना में और भी भव्य होगा, जिसका मुख्य कारण रामलला का अपने मंदिर में विराजमान होना है। इस बार, सरकार ने 25 लाख दीयों को अयोध्या में जलाने की योजना बनाई है।
कुम्हारों का जीवन बदल रहा है
दीपोत्सव के चलते अयोध्या के कुम्हारों के जीवन में बड़ा बदलाव आया है। पहले रोजी-रोटी के लिए परेशान रहने वाले कुम्हार अब दीपोत्सव के दौरान एक-एक लाख रुपये तक कमा लेते हैं। जयसिंहपुर गांव में इस बार दीपोत्सव के लिए बड़े स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। हर साल की तरह, यह आयोजन राम की पैड़ी पर भव्यता से होगा, जहां लाखों दीयों की रोशनी होगी।
दीपों की प्रज्वलन की बढ़ती संख्या
अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान हर साल दीपों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ रहा है। पिछले साल 22 लाख से अधिक दीये प्रज्वलित हुए थे। योगी सरकार के आगमन के बाद से, दीपोत्सव पर नए कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे हैं। 2017 में 1.71 लाख दीयों से शुरू होकर, यह संख्या 2023 में 22.23 लाख तक पहुंच गई है।
राम मंदिर में पहली दिवाली
राम मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद, यह अयोध्या की पहली दिवाली है। योगी सरकार इस दीपोत्सव को भव्य और यादगार बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। प्रदेश सरकार अभी से तैयारियों में जुटी है, ताकि इस बार दीपोत्सव एक नया कीर्तिमान स्थापित कर सके।