Sukanya Samriddhi Yojana: भारत सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से नागरिकों की भलाई के लिए निरंतर प्रयासरत है। इनमें से एक महत्वपूर्ण योजना है सुकन्या समृद्धि योजना, जो विशेष रूप से माता-पिता के लिए अपनी बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने का अवसर प्रदान करती है। इस योजना के तहत माता-पिता अपने बेटियों के लिए धनराशि जमा कर सकते हैं, जिससे उनके भविष्य को सशक्त बनाया जा सके।
Sukanya Samriddhi Yojana: योजना की पृष्ठभूमि
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना, बेटियों के लिए एक विशेष वित्तीय सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। हाल ही में इस योजना में कुछ नए नियम लागू किए गए हैं, जिनका पालन करना आवश्यक है।
Sukanya Samriddhi Yojana: नए नियम
हाल ही में जारी किए गए नए नियमों के अनुसार, यदि किसी बच्ची का सुकन्या समृद्धि खाता उसके नाना-नानी या किसी अन्य रिश्तेदार के नाम पर खोला गया है, तो ऐसे खातों को कानूनी अभिभावक के नाम पर स्थानांतरित करना अनिवार्य है। अन्यथा, ऐसे खाते बंद कर दिए जाएंगे। यह नियम यह सुनिश्चित करने के लिए है कि खाता का प्रबंधन सही तरीके से हो सके।
Sukanya Samriddhi Yojana: एक ही बेटी के लिए दो खाते, क्या है नियम?
इसके अतिरिक्त, यदि किसी अभिभावक ने एक ही बेटी के लिए दो खाते खोले हैं, तो ऐसा खाता भी बंद कर दिया जाएगा। यह नियम योजना की पारदर्शिता और सही प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण है।
Sukanya Samriddhi Yojana: सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर
सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करने पर माता-पिता को आकर्षक ब्याज मिलता है। इस योजना में अभिभावक हर साल 250 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। खाता तब तक सक्रिय रहता है जब तक कि बेटी 21 वर्ष की नहीं हो जाती। हालांकि, 18 वर्ष की उम्र में, अभिभावक जमा की गई राशि का 50 फीसदी तक निकाल सकते हैं।
Sukanya Samriddhi Yojana: खाता खोलने की प्रक्रिया
सुकन्या समृद्धि खाता खोलने के लिए अभिभावक किसी भी डाकघर या अपनी स्थानीय बैंक शाखा में जा सकते हैं। यह खाता बेटी के जन्म से लेकर 10 वर्ष की उम्र तक खोला जा सकता है। खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों में शामिल हैं:
अभिभावक की पहचान और पते का प्रमाण
बालिका का जन्म प्रमाण पत्र
अभिभावक का पैन कार्ड
सुकन्या समृद्धि योजना न केवल वित्तीय सुरक्षा का साधन है, बल्कि यह बेटियों के भविष्य को भी उज्ज्वल बनाने में सहायक है। नए नियमों के साथ, यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि योजना का लाभ सही लोगों को ही मिले और बेटियों का भविष्य सुरक्षित रहे।