बीते साल चीन की ओर से दुनियाभर में फैली कोरोना महामारी के बाद अब एक बार फिर नई आफत चीन से सामने आई है. दरअसल, चीन की ओर से अंतरिक्ष में भेजा गया एक रॉकेट किसी भी दिन वापस धरती पर अनियंत्रित प्रवेश कर सकता है. जानकारी के अनुसार, यह रॉकेट का मुख्य हिस्सा यानी कोर है. यह करीब 100 फीट लंबा है. इसका वजन करीब 21 टन है. पिछली साल मई महीने में चीन का एक रॉकेट पश्चिमी अफ्रीका और अटलांटिक महासागर में गिरा था.
पश्चिमी अफ्रीका के एक गांव को इस रॉकेट ने बर्बाद कर दिया था. हालांकि इस गांव में कोई नहीं रहता था. फिलहाल यह रॉकेट धरती के चारों तरफ लो-अर्थ ऑर्बिट में चक्कर लगा रहा है. यानी यह धरती के ऊपर 170 किलोमीटर से 372 किलोमीटर की ऊंचाई के बीच तैर रहा है. इसकी गति 25,490 किलोमीटर प्रति घंटा है यानी 7.20 किलोमीटर प्रति सेकेंड. रॉकेट के इस कोर की चौड़ाई 16 फीट है.
जमीन पर मौजूद अलग-अलग देशों के राडार इस रॉकेट पर नजर बनाए हुए हैं. ताकि अगर यह किसी देश के ऊपर आता है तो पहले ही इसकी सूचना लोगों को दे दी जाए. इसकी गति और लगातार बदल रही ऊंचाई की वजह से यह पता करना मुश्किल हो रहा है कि ये धरती पर कब, किस दिन और कहां गिरेगा. वैसे तो धरती के वायुमंडल में आते ही इसका अधिकतर हिस्सा जलकर खाक हो जाएगा. लेकिन छोटा-मोटा हिस्सा भी आबादी वाले इलाके में गिरा तो तबाही मचा देगा.
इस समय इस रॉकेट का जो मार्ग है उसके मुताबिक यह धरती के उत्तरी गोलार्ध में स्थित न्यूयॉर्क, मैड्रिड और बीजिंग के आसपास गिरेगा. या फिर दक्षिणी गोलार्ध में स्थित दक्षिणी चिली और न्यूजीलैंड की राजधानी वेलिंग्टन के आसपास गिर सकता है. यानी धरती के इन हिस्सों को चीन के के अनियंत्रित रॉकेट से खतरा है