प्रदेश में अब तक 33.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो मानसून सीजन की औसत बारिश का करीब 90% है। प्रदेश में सामान्य बारिश के आंकड़े तक पहुंचने के लिए अभी 3.7 इंच और बारिश की जरूरत है। सबसे ज्यादा बारिश वाले जिले मंडला और सिवनी हैं, जहां 45 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
प्रदेश में मौसम का मिजाज:
दतिया, रीवा, धार, मुरैना और इंदौर में सबसे कम बारिश हुई है। अगले दो दिनों तक प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट नहीं है, लेकिन सितंबर की शुरुआत में तेज बारिश होने की संभावना है।
प्रदेश में सक्रिय मानसून:
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी ने बताया, “29 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती परिसंचरण तंत्र सक्रिय हो जाएगा। 29-30 अगस्त से एक कम दबाव का क्षेत्र भी सक्रिय हो जाएगा। इसका असर दो दिन बाद दिखेगा, 3-4 सितंबर के आसपास प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है।”
इन जिलों में बारिश का अलर्ट:
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ट्रफ और अन्य सिस्टम फिलहाल प्रदेश से दूर हैं। इसके चलते अगले 24 घंटों में बारिश की कोई खास गतिविधि नहीं होगी। हालांकि, कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। बुधवार को पूरे प्रदेश में मौसम ने दो अलग-अलग मिजाज दिखाए। कुछ जगहों पर तेज धूप निकली तो कुछ जगहों पर बारिश हुई। उमरिया में करीब 1 इंच बारिश दर्ज की गई, जबकि धार, खंडवा, खरगोन और उज्जैन में हल्की बारिश हुई।