एक बार फिर से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है। इसके पीछे की वजह कोई और नहीं बल्कि यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य हैं। बीजेपी के अंदर पिछले कई दिनों से कलह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा यह किया जा रहा है कि योगी अदुत्यानाथ के सीएम की कुर्सी को खतरा है। इसी बीच इन अफवाहों को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कार्यों ने और हवा दे दी है। हालांकि बीजेपी बार-बार इन खबरों का खंडन करती आई है, लेकिन इस दौरान पार्टी में बगावत के संकेत केशव प्रसाद मौर्य ने देने शुरू कर दिए हैं।
दरअसल, योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ में 22 जुलाई को सभी पार्टियों की बैठक बुलाई थी। कई नेताओं ने योगी की इस बैठक में हिस्सा नहीं लिया। इस लिस्ट में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर का नाम भी शामिल है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह रही की योगी की बैठक छोड़कर राजभर लखनऊ में डिप्टी सीएम से मिलने पहुंच गए। ऐसे में अभी यह मामला थमा ही था की केशव प्रसाद मौर्य निषाद पार्टी के नेता संजय निषाद से मिलने पहुंच गए।
आपको बता दें की अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने संजय निषाद के साथ मुलाकात की तस्वीरें भी शेयर की हैं। एक्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए डिप्टी सीएम ने लिखा की लखनऊ के सात कालिदास मार्ग स्थित कैंप कार्यालय पर माननीय कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सजय निषाद जी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री रविंद्र मणि निषाद जी से शिष्टाचार भेंट की। हमारे बीच अलग-अलग विषयों पर चर्चा हुई। इतना ही नहीं बल्कि आपको यह भी बता दें की केशव प्रसाद मौर्य योगी कैबिनेट की बैठक से 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही गायब होने लगे हैं। ऐसे में डिप्टी सीएम की इन मुलाकातों के कई मायने निकाले जा रहे हैं।