Salary Hike: लगातार महंगाई के बाजार में आम लोगों का सहारा बोझ बनता जा रहा है। सरकारी कर्मचारी कई बार सरकार से अपने भत्ते बढ़ाने की मांग कर चुके हैं। वहीं केंद्रीय दर पर महंगा भत्ता देने की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन चल रहा है। ऐसे में राज्य सरकार (पश्चिम बंगाल सरकार) ने संविदा कंप्यूटर शिक्षकों के पारिश्रमिक (पारिश्रमिक वृद्धि) में वृद्धि की है। भत्ते की राशि में एक साथ बढ़ोतरी कर दी गई है।
सरकार ने कितना बढ़ाया भत्ता?
लोकसभा चुनाव के बाद से राज्य सरकार ने कई विभागों में भत्ते बढ़ाए हैं। उसी रास्ते पर चलते हुए, पश्चिम बंगाल सरकार ने हाल ही में स्कूल स्तर पर संविदा कंप्यूटर प्रशिक्षकों के भत्ते में वृद्धि की घोषणा की है। इन सभी प्रशिक्षकों को प्रति माह 10,190 रुपये का भत्ता मिलता था। लेकिन इस बार राज्य सरकार ने भत्ते में काफी बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। अनुभव बढ़ने पर न्यूनतम भत्ते की संरचना को चरण दर चरण संशोधित किया गया है।
बता दें कि कंप्यूटर अनुदेशकों का भत्ता 7 हजार टका बढ़ाया गया था। अनुभव के आधार पर, राज्य ने चरणबद्ध तरीके से अपने भत्ते की संरचना को बढ़ाने का निर्णय लिया है।
1) अगर कोई कर्मचारी 5 साल तक लगातार काम करता है तो न्यूनतम वेतन 21,000 रुपये होगा।
2) अगर वह दस साल तक नौकरी करता है तो उसकी न्यूनतम सैलरी 26,000 रुपये होगी।
3) अगर कोई कर्मचारी 15 साल तक काम करता है तो न्यूनतम वेतन 32,0000 रुपये होगा।
4) 20 साल तक काम करने पर न्यूनतम वेतन 39,000 रुपये दिया जाएगा।
साथ ही अब तक इन सभी संविदा कम्प्यूटर प्रशिक्षकों के वार्षिक भत्ते में किसी भी नियमानुसार कोई वृद्धि नहीं की गई है। अब नियम तय हो गए हैं। राज्य सरकार (पश्चिम बंगाल सरकार) ने यह तय कर लिया है कि हर साल अनुभव के आधार पर भत्ते का ढांचा क्या होगा। सरकार ने जानकारी दी है कि यह बढ़ा हुआ भत्ता इस साल 1 अप्रैल से प्रभावी होगा।