हाथरस : हाथरस में हुए सत्संग में भगदड़ से 121 लोगों की मौत के बाद सुर्खियों में आए नारायण साकार हरि, उर्फ भोले बाबा बुधवार को कासगंज के पटियाली स्थित अपने आश्रम पहुंचे। इस दौरान पहली बार हाथरस हादसे पर उनका बयान भी सामने आया।
मीडिया से बातचीत में भोले बाबा ने कहा, “होनी को कौन टाल सकता है, जो आया है, उसे एक दिन जाना ही है।” हाथरस हादसे के करीब 15 दिन बाद बाबा सामने आए हैं। घटना के बाद से बाबा कहां पर थे, ये भी किसी को नहीं पता था। सूत्रों के अनुसार, घटना के बाद से बाबा मैनपुरी वाले आश्रम में ही डेला डाले हुए थे।
हाथरस हादसे को लेकर भोले बाबा का यह बयान लोगों को हैरान कर रहा है। सोशल मीडिया पर लोग भोले बाबा की आलोचना कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि भोले बाबा को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि भोले बाबा को इस दुःखद घटना पर दुख जताना चाहिए था।
हाथरस हादसे की जांच अभी भी जारी है। पुलिस ने इस मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं भोले बाबा के वकील ए.पी. सिंह ने कहा कि नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा कासगंज स्थित अपने आश्रम पहुंच गए हैं और वह यहीं रहेंगे। वह यहां आश्रम से ही आए हैं। वह कभी किसी के घर, होटल या किसी दूसरे देश में नहीं गए। एपी सिंह ने कहा कि कासगंज बाबा की जन्मस्थली है। वह आखिरी बार 2023 में एक दिन के लिए यहां आए थे. इससे पहले वे 2013 में यहां आए थे।