खरी खरी

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धैर्यशील येवले

कमी नही सफिनो की
कमी नही कमीनो की
लाशो पे कर रहे सौदे
ऐसे शफाखानो की

उखड़ती साँसे है नफा
कमालो खूब इस दफा
जिस्मो में पड़ेंगे कीड़े
ऊपरवाला होगा खफा

नेता तेरा भी उड़ेगा तोता
आदमी नही रहेगा सोता
ऊंची नीची देना बंद कर
सभी को छोड़ा तूने रोता

किस पर रखू भरोसा
प्रभु तू ही भला भलासा
दुर्जन कर रहे है तांडव
कर मर्दन दे हमे दिलासा

इंसान इंसान के काम आ
समय समय पे काम आ
आ मेरे रब अब तो आ
बन रहीम आ बन राम आ

सफीना – नाव
शफाखाना – अस्पताल