मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में अफ्रीका से लाए गए चीतों पर बारिश में संक्रमण का खतरा मडराने लगा है। जिसको देखते हुए कूनो प्रशासन एक्टिव हो गया है । वहीं संक्रमण से बचाने के लिए इस बार कूनो प्रबंधन द्वारा चीतों को एंटी डाट लगाए जा रहे हैं। बता दें यह डाट 13 शावकों को छोड़कर वयस्क चीतों को लगाए जाएंगे।
बीते वर्ष भी फैला था संक्रमण
इससे पहले बीते साल भी द बारिश में चीतों में संक्रमण फैल गया था। संक्रमण से दो चीतों तेजस और सूरज की मौत भी हो गई थी। दोनों ही चीतों के गले में वर्षा की वजह से फैले संक्रमण से घाव हो गए थे। इसके बाद सभी चीतों को पार्क प्रबंधन ने बाड़े में बंद कर दिया था। गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से भारत के कूनो नेशनल पार्क में लाए गए है।
संक्रमण फैलने की वजह
दरअसल बारिश में चीतों में संक्रमण के कारण को लेकर कई विशेषज्ञों को संदेह था कि रेडियो कालर से संक्रमण हुआ है, लेकिन बाद में स्थिति साफ हो गई। जुलाई, अगस्त में बारिश वाले दिन होते हैं। प्रतिकूल मौसम और बारिश के कारण चीतों के मोटे बालों में नमी आ जाती है। जिसके बाद चीतों ने राहत के लिए शरीर को रगड़ा और इस प्रक्रिया के कारण खुद को घायल कर लिया। जिससे चीतों की मौत हो गई।