जम्मू कश्मीर के रियासी में तीर्थयात्रियों पर हुए आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार एक्शन में आ गई है। जिसको लेकर एनआईए की एक टीम घटना स्थल पर पहुंच गई है। एक यात्री बस पर हुए आतंकी हमले की जांच में स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय कर रही है, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। इस बीच, सुरक्षा बलों ने भी हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों का पता लगाने के लिए बड़े पैमाने पर घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया है।
बता दे आतंकवादियों ने रविवार को कटरा में शिव खोरी मंदिर से माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही 53 सीटों वाली बस पर गोलीबारी की, जिससे वह सड़क से उतर गई और पोनी क्षेत्र के टेरयाथ गांव के पास एक गहरी खाई में गिर गई। . बस उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली से तीर्थयात्रियों को लेकर जा रही थी।
पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) ने लिया। रिपोर्ट में कहा गया है कि लश्कर-ए-तैयबा के फ्रंट टीआरएफ ने यह दिखाने के लिए हमले की जिम्मेदारी ली कि आतंकवादी जम्मू-कश्मीर से थे, न कि लाहौर स्थित विदेशी इस्लामवादी।अधिकारियों ने कहा कि हमले में राजस्थान के दो वर्षीय लड़के और उत्तर प्रदेश के 14 वर्षीय लड़के सहित नौ लोगों की मौत हो गई।
इस मामले को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से प्रभावित परिवारों की बारीकी से निगरानी करने और उनकी देखभाल करने को कहा है। रिपोर्ट के अनुसार, एलजी द्वारा पीड़ित के परिजनों के लिए ₹10 लाख और आतंकी हमले में घायल हुए प्रत्येक व्यक्ति के लिए ₹50,000 की अनुग्रह राशि की घोषणा की गई थी।उन्होंने बताया कि घात लगाकर किए गए हमले में तीन से 50 वर्ष की आयु के 41 लोग घायल हो गए। उनमें से 10 को गोली लगी।