इंदौर : शहर की सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए शुक्रवार को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में ट्रैफिक विभाग, नगर निगम, इंदौर विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में लिए गए प्रमुख फैसले:
राजवाड़ा में 7 दिनों के लिए ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा पर प्रतिबंध: राजवाड़ा क्षेत्र में ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा के कारण यातायात बाधित होता है। इस समस्या को दूर करने के लिए अगले 7 दिनों तक इन वाहनों के राजवाड़ा तक आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस दौरान यातायात व्यवस्था का अध्ययन किया जाएगा और उसके बाद आगे का फैसला लिया जाएगा।
30 मार्गों पर ट्रैफिक सुधार: बैठक में शहर के 30 मार्गों की समीक्षा की गई, जहां ट्रैफिक इंजीनियरिंग, लेफ्ट टर्न चौड़ीकरण, पोल शिफ्टिंग जैसे कार्य न होने के कारण यातायात बाधित होता है। कलेक्टर आशीष सिंह ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे दो माह के अंदर इन सभी कार्यों को पूरा करें।
रात 10 बजे तक भारी वाहनों पर प्रतिबंध: नवलखा क्षेत्र में शाम 4 बजे से भारी वाहनों का प्रवेश शुरू हो जाता है, जिसके कारण यातायात जाम की समस्या उत्पन्न होती है। इसे देखते हुए, समिति ने फैसला लिया है कि शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक इस क्षेत्र में भारी वाहनों की एंट्री प्रतिबंधित रहेगी।
दूसरे शहरों की बसों का रूट बदलाव: दूसरे शहरों तक जाने वाली बसें रात 8 बजे से 9 बजे के बीच शहर के कई मार्गों पर रुकते हुए यात्री बैठाती हैं, जिससे यातायात बाधित होता है। इन बसों के व्यवस्थापन को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई और जल्द ही इनके लिए अलग रूट निर्धारित किए जाएंगे।
शाम के समय जाम वाले चौराहों पर कार्रवाई: बैठक में शाम के समय शहर के कई चौराहों पर लगने वाले जाम की समस्या पर भी चर्चा हुई। लवकुश चौराहे पर शाम को अक्सर जाम लगता है, क्योंकि दोनों तरफ सर्विस रोड पर ठेले, गुमटियों का अतिक्रमण है। वहां आने वाले ग्राहक मुख्य मार्ग पर वाहन पार्क करते हैं, जिसके कारण यातायात के लिए जगह कम बचती है। इस समस्या का समाधान करने के लिए जल्द ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
इनके अलावा, चंद्रगुप्त मौर्य प्रतिमा, पाटनीपुरा, मालवा मिल, सयाजी चौराहे पर लगने वाले जाम को लेकर भी चर्चा हुई और इन स्थानों पर भी यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।