भगवान महावीर के शासन स्थापना दिवस के 2580 वर्ष पूर्ण होने पर जैन ध्वजा फहराई, आचार्यश्री ने की प्रवचनों की अमृत वर्षा
7 जुलाई को कंचनबाग स्थित उपाश्रय में होगा मंगल प्रवेश, प्रत्येक रविवार युवा वर्ग को प्रेरणा देने हेतु लगेंगे विशेष शिविर
आचार्य विजयकुलबोधि दो माह शहर के जैन जिनालय व उपाश्रयों में विहार कर प्रवचनों की अमृत वर्षा करेंगे, इस दो माह में 20 से अधिक उपाश्रय पहुंच लोगों को जिनशासन का महत्व बताएंगे
इन्दौर 19 मई। जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्रीसंघ ट्रस्ट (कालानी नगर), श्री नीलवर्णा पाश्र्वनाथ मूर्तिपूजक ट्रस्ट (कंचनबाग) एवं अ.भा श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक युवक महासंघ इन्दौर इकाई की मेजबानी में रविवार को कालानी नगर क्षेत्र से आचार्य श्री विजयकुलबोधि सूरीश्वरजी म.सा. का भव्य मंगल प्रवेश जुलूस गाजे-बाजे के साथ निकाला गया। मंगल प्रवेश जुलूस में आचार्यश्री के साथ उनका संघ भी शामिल हुआ। गुरूवर की अगवानी में समाज की महिलाओं व युवतियों ने सडक़ों पर रंगोली सजाकर का आशीर्वाद लिया। इन्दौर में चातुर्मास निमित्त अपने ससंघ पधारे आचार्यश्री विजयकुलबोधि सूरीश्वरजी म.सा. दो माह शहर के जिनालय व उपाश्रय में भ्रमण कर प्रवचनों की अमृत वर्षा करेंगे। वहीं 7 जुलाई को कंचनबाग में आचार्यश्री का चातुर्मास के लिए मंगल प्रवेश जुलूस निकलेगा।
जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्रीसंघ ट्रस्ट अध्यक्ष अरविन्द डोसी, कल्पक गांधी एवं विजय मेहता ने बताया कि मां देवी अहिल्या की नगरी में जैन समाज बंधुओं के लिए आचार्यश्री चातुर्मास निमित्त पधारे हैं। श्वेताम्बर जैन समाज बंधुओं को 5 माह तक आचार्यश्री का सान्निध्य प्राप्त होगा जिसमें आचार्यश्री जिनशासन का महत्व सभी समाज बंधुओं को बताएंगे। रविवार को कालानी ने आचार्यश्री मंगल प्रवेश गाजे-बाजे के साथ निकला। जिसमें समाज बंधुओं ने आचार्यश्री की अगवानी की। मंगल प्रवेश जुलूस के पश्चात कालानी नगर जिनालय में सुबह 7 बजे नवकारसी एवं स्नात्र पूजन आचार्यश्री के सान्निध्य में संपन्न किया गया। इसके पश्चात प्रात: 10 बजे समाज बंधुओं द्वारा भगवान महावीर के शासन स्थापना दिवस के 2580 वर्ष पूर्ण होने पर जैन ध्वजा फहराइ गई। कालानी नगर उपाश्रय में आचार्यश्री विजय कुलबोधि सूरीश्वर ने समाज बंधुओं को धर्मसभा में संबोधित भी किया। जिसमें आचार्यश्री ने हमारा कनेकटिंग पावर कैसा है?, हमारा कन्वेंसिंग पावर, धर्म के साथ हमारा कंट्रीब्यूशन क्या हैं और जैन शासन के साथ कन्र्वशन क्या है विषयों पर प्रवचनों की अमृत वर्षा की। कालानी नगर उपाश्रय में आयोजित कार्यक्रम का संचालन दिलीप भंडारी ने किया एवं आभार धीरू शाह ने माना।
दो माह में शहर के 20 उपाश्रयों में करेंगे विहार
श्री नीलवर्णा पाश्र्वनाथ मूर्तिपूजक ट्रस्ट अध्यक्ष विजय मेहता एवं कल्पक गांधी ने बताया कि आचार्य विजय कुलबोधि सूरीश्वर महाराज दो माह में शहर के 20 उपाश्रयों में विहार कर प्रवचनों की अमृत वर्षा करेंगे। 19 से 22 मई तक आचार्यश्री कालानी नगर धर्मसभा को संबोधित करेंगे। कालानी नगर उपाश्रय में प्रतिदिन सुबह 9.15 से 10.15 बजे तक प्रवचन होंगे। वहीं 25 से 26 मई महेश नगर (राजमोहल्ला), 27 से 28 मई पीपली बाजार उपाश्रय, 29 मई को वर्धमान नगर, 30 मई से 1 जून गुमाश्ता नगर, 2 से 3 जून द्वारकापुरी श्रीसंघ, 4 जून पाश्र्वनाथ नगर, 5 से 9 जून तिलक नगर श्रीसंघ, 10 से 12 जून अनुराग नगर श्रीसंघ, 13 से 14 जून विजय नगर श्रीसंघ, 15 से 16 जून सुखलिया, 17 से 18 जून क्लर्क कालोनी, 19 से 21 जून वल्लभ नगर, 22 से 23 जून पत्थर गोदाम, 24 से 29 जून रेसकोर्स रोड़, 30 जून राऊ एवं 1 से 3 जून जानकी नगर श्रीसंघ में आचार्यश्री का मंगल प्रवेश होगा। प्रतिदिन आचार्यश्री अपने ससंघ के साथ 9.15 से 10.15 तक प्रवचनों की अमृत वर्षा करेंगे।
आचार्यश्री का जीवन परिचय
आचार्य विजय कुलबोधि सूरीश्वर म.सा. ने अपने दीक्षा जीवन के 48 वर्षों में 16 दीक्षाएं कराने, दस हजार से अधिक श्लोक एवं मंत्रों को मुखाग्र रखने और संस्कृत, प्राकृत, व्याकरण एवं न्याय सहित 45 ग्रंथों का सांगोपांग अभ्यास कर चुके हैं। आचार्य विजय कुलबोधि सूरीश्वर मसा विजय भुवनभानु सुरीजी के शिष्य हैं। आचार्यश्री ने 9 वर्ष की उम्र में दीक्षा ग्रहण की थी वहीं 10 हजार से अधिक श्लोक आचार्यश्री को कंठस्थ हैं।
7 जुलाई को कंचनबाग में होगा चातुर्मास प्रवेश
श्री नीलवर्णा पाश्र्वनाथ मूर्तिपूजक ट्रस्ट अध्यक्ष विजय मेहता एवं कल्पक गांधी ने बताया कि आचार्य विजय कुलबोधि सूरीश्वर का चातुर्मास कंचनबाग में होगा। पं. पू. आचार्य विजय कुलबोधि सूरीश्वर मसा ने इस बार अपने चातुर्मास के लिए कंचनबाग श्रीसंघ पर कृपावृष्टि की है। पिछले वर्ष पं. पू. आचार्य विजय रत्न सुंदर सुरीश्वर म.सा. ने उन्हें मालवा की धरती पर पधारने का निमंत्रण दिया था और उन्होंने रतलाम में चातुर्मास कर 2500 युवाओं को रविवारीय शिविर में शामिल कर उनके जीवन में बदलाव का मार्ग प्रशस्त किया। अनेक युवा उनके सान्निध्य में व्यसन मुक्त हुए हैं। आचार्यश्री का मंगल प्रवेश जुलूस कंचनबाग में 7 जुलाई को होगा। प्रतिदिन उपाश्रय में आचार्यश्री श्रावक-श्राविकाओं को प्रवचनों की अमृत वर्षा करेंगे।