इंदौर से कांग्रेस से प्रत्याशी रहे अक्षय बम ने बीजेपी ज्वाइन करने के बाद पहली बार पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की है। इस दौरान उन्होनें कांग्रेस पर जमकर हमला बोला तो वहीं बीजेपी की नीतियों को बेहतर बताया। कांग्रेस के नेताओ और कार्यकर्ताओं की उदासीनता और निष्क्रियता को कांग्रेस छोड़ने की वजह बताया।
काग्रेस छोड़ने को लेकर दी सफाई
उन्होनें काग्रेस छोड़ने को लेकर सफाई दी और कहा कि लगातार चुनाव प्रचार कैंसिल हो रहे थे, लेकिन कांग्रेसी बूथ पर सक्रिय नहीं हो रहे थे। प्रचार सामग्री भेजने के बाद भी कांग्रेस कार्यकर्ता बात नहीं पा रहे थे। कांग्रेसी काम नहीं कर रहे थे। इसलिए वोट लेने वालों को धोखा देने से अच्छा नामांकन वापस लेना उचित समझा।
उन्होनें लगातार जनसम्पर्क कैंसल होने की वजह बताते हुए भाजपा में शामिल होने को बताया। कहा कि लोकसभा चुनाव पार्टी की विचारधारा पर लड़ा जाता है, व्यक्ति नहीं लड़ता हैं विचारधारा पर चुनाव लड़ा जाता हैं, इंदौर में विचारधारा नजर नहीं आई विधानसभा चुनाव में टिकट मांगा, लेकिन नहीं दिया, मैने भी जोर लगाया, सब जानते है कि विधानसभा इंदौर 4 और लोकसभा में जितना आसान नहीं था। फिर भी में लड़ने को तैयार हुआ, लेकिन पार्टी से सहयोग नहीं मिल रहा था।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने रखी अपनी बात
इस दौरान मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपनी बात रखी और कहा कि 29 तारीख को अक्षय बम ने नामांकन वापस लेने का विचार किया और मेरे को फोन किया। भाई साहब में नामांकन वापस लेना चाहता हूं। इस पर मैंने कहा कि नामांकन क्यों ले रहे हो, उन्होंने कांग्रेस की नकारात्मक सोच के कारण नामांकन वापस लेने की बात कही। इस पर मैंने कहा कि अपने अधिकर्ता को भेजकर उठा लो, लेकिन अक्षय ने कहा कि में अकेले जा कर ही नामांकन वापस लूंगा। इसके बाद मैंने रमेश जी को साथ भेजा।