देश में चुनाव का पहला चरण 19 अप्रैल को होना है। जिसके चलते चुनाव आयोग की तैयारी लगभग तय हो चुकी है। इसी बीच आज चुनाव आयोग ने एक बड़ा फैसला लिया है। चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि जीपीएस के जरिए ईवीएम सहित मतदान सामग्री की आवाजाही पर नजर रखी जा सकती है। इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि स्ट्रांग रूम में ले जाते समय उनके साथ कोई छेड़छाड़ न की जाए।
‘चुनाव आयोग ने बंगाल में बढ़ाई सुरक्षा’
वहीं, चुनाव आयोग ने गृह मंत्रालय को पश्चिम बंगाल में 100 और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) तैनात करने का निर्देश दिया है। आयोग ने यह भी कहा कि कंपनियों को 15 अप्रैल या उससे पहले तैनात किया जाना चाहिए। चुनाव आयोग के निर्देश पर गृह मंत्रालय पश्चिम बंगाल में सीआरपीएफ की 55 कंपनियां और सीमा सुरक्षा बल की 45 कंपनियां तैनात करेगा।
‘सभी वाहनों में GPS लगाया जाएगा’
चुनाव आयोग ने फैसला किया है कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में इस्तेमाल होने वाले सभी वाहनों में जीपीएस लगाया जाएगा ताकि उन्हें ट्रैक किया जा सके। यह बात चुनाव ड्यूटी से जुड़े लोगों को बता दी गयी है। कुछ दिनों पहले बंगाल में कुछ लोगों ने NIA की टीम पर हमला किया था।