चुनाव आयोग ने बीजेपी सरकार को बड़ा झटका दिया है। आयोग ने कहा कि उसने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) को व्हाट्सएप पर विकसित भारत संदेशों की डिलीवरी तुरंत रोकने का निर्देश दिया है। इसने आईटी मंत्रालय से इस मामले पर अनुपालन रिपोर्ट भी मांगी है। चुनाव निकाय ने कहा कि उसे आम चुनावों की घोषणा और आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) लागू होने के बावजूद नागरिकों के फोन पर सरकार की पहल को उजागर करने वाले संदेशों की कई शिकायतें मिलीं।
इसमें कहा गया है, यह कदम समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए आयोग द्वारा लिए गए निर्णयों की एक श्रृंखला का एक हिस्सा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पत्र के साथ-साथ विकसित भारत संपर्क का व्हाट्सएप संदेश नागरिकों से प्रतिक्रिया और सुझाव मांग रहा है।
विपक्षी ने आदर्श आचार संहिता के उल्लघन का लगाया था आरोप
दरअसल विकसित भारत के संदेश में उन्होंने लोगों के जीवन में आए बदलाव के लिए सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों को श्रेय दिया है और इसे पिछले 10 वर्षों में हमारी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया है। विपक्षी नेताओं ने चुनाव आयोग से उस पर कार्रवाई करने की मांग की थी, जिसे उन्होंने आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन बताया था।
गौरतलब है कि आम चुनावों की घोषणा की पूर्व संध्या पर जारी पत्र में, पीएम ने कहा था कि मुझे आपके विचारों, सुझावों और समर्थन की आवश्यकता है और मैं वास्तव में आपके विचारों, सुझावों और समर्थन की प्रतीक्षा कर रहा हूं क्योंकि हम एक विकसित भारत के निर्माण के संकल्प को पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं।