उज्जैन में ‘विक्रम व्यापार’ मेला 1 मार्च से होगा शुरू, 9 अप्रैल तक लगातार चलेगा 40 दिन

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Indore News : ब्रह्माण्ड के तीनों लोकों में जिन तीन शिवलिंगो को पूज्य माना गया है, उसमें पृथ्वी लोक में भगवान महाकाल की प्रधानता है जो उज्जैन में साक्षात् विराजमान है। आकाशे तारकांलिंगम्, पाताले हाटकेश्वरम्। मृत्युलोके महाकालं, सर्वलिंग नमोस्तुते।। अर्थात् आकाश में तारकालिंग, पाताल में हाटकेश्वर तथा पृथ्वीलोक में महाकाल है। महाकाल की महानता सर्वव्यापी है। महाकाल तो महाकाल है, वही जगत के स्रष्टा भी हैं।

इस भू-लोक में महाकाल कहां विराजित हैं इस जिज्ञासा की पूर्ति के लिए वराह पुराण में कहा गया है कि “नाभिदेशे महाकालस्तन्नाम्ना तत्र वै हर:”। यह नाभिदेश उज्जैन ही है। उज्जैन का गौरव महाकाल है, महाकाल की महिमा अपूर्व है। शिव पुराण के अनुसार द्वादश ज्योतिर्लिंगों में महाकाल प्रसिद्ध है क्योंकि वे स्वयं कालों के काल हैं। कर्क रेखा उज्जैन से ही गुजरती है, जिसके केन्द्र के रूप में कर्कराजेश्वर मंदिर विद्यमान है। प्राचीन भारत की 16 महाजनपदों में शुमार अवंति वर्तमान मालवा क्षेत्र की राजधानी (परिवर्तित नाम – उज्जैन) व्यापार का बडा केन्द्र हुआ करता था । उज्जैन सोयाबीन तेल और कपड़ा उत्पादन का सबसे बडा केन्द्र भी माना जाता था, मगर कुछ नीतियों और मशीनों में बदलाव न होने से ये उद्योग धीरे-धीरे बंद होते चले गए।

विभिन्न प्रतिष्ठित ऑटोमोबाइल कंपनियों के शोरूम्स बनाये जायेगे

वर्तमान परिवेश में सरकार द्वारा पुन: उज्जैन नगरी के उद्योग /व्यापार छवि को पुनर्जीवित करने के प्रयास के रूप में 40 दिवस तक व्यापार मेला का आयोजन दशहरा मैदान एवं पीजीबीटी मैदान उज्जैन में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई विभाग), औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग, जिला प्रशासन उज्जैन एवं नगर पालिका निगम उज्जैन की सहभागिता से किया जा रहा है। 1 मार्च से 9 अप्रैल तक के बीच लगातार 40 दिन मेले में ऑटोमोबाइल, इलेक्टॉनिक, हस्त शिल्प उत्पाद, झूले और खान-पान की दुकाने लगेगी। ऋण सुविधा के लिए 10 बैंकों के स्टाल भी लगेंगे। मेला 08 हेक्टेयर भूमि पर लगाया जा रहा है। मेला स्थल दशहरा मैदान एवं पीजीबीटी मैदान पर कुल 384 प्लाट, दुकाने रहेंगी। इनमें से 182 दुकाने पीजीबीटी मैदान में नगर निगम द्वारा निर्मित की जाकर आवंटित की जायेगी। मेला स्थल पर विभिन्न ऑटोमोबाइल कंपनियों के शोरूम्स बनाये जायेगे। जैसे – मर्सडिज -बेंज, मारूति सुजुकी, किया, महिंद्रा, टाटा मोटर्स, हुंडाई, यामाहा, नेक्साव, हीरो, होण्डा , रॉयल इंफिल्ड, वोक्‍स वेगन, हार्लेडेविसन आदि कंपनियों के वाहन उपलब्ध होगे।

मेले में सामान बाजार दर से रियायती कीमतों पर मिलेगा

मेले में सामान बाजार दर से रियायती कीमतों पर उपलब्ध करवाना मुख्य उद्देश्य है। मेला स्थल से वाहन खरीदने पर पंजीयन शुल्क और रोड टैक्स में 50 प्रतिशत तक की छूट भी मिलेगी। उज्जैन व्याापार मेला के परिणाम स्वरूप उज्जैन नगरी निवेश एवं पर्यटन व व्यापार केन्द्र के रूप में स्थापित होगी। जिसका लाभ रहवासियों को रोजगार के रूप में भी होगा। साथ ही साथ मालवा एवं निमाड़ क्षेत्र के नागरिकों को नवीन वाहन खरीदने पर पंजीयन शुल्क एवं रोड़ टैक्स की छूट का लाभ मिलेगा। व्यापार मेले में प्रदेश के उद्यमियों, व्यापारियों को विपणन का अवसर मिलेगा। जिससे क्षेत्रीय उत्पादों, संस्कृति, कला एवं पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

उज्जैन धार्मिक नगरी के रूप में विद्यमान है इसमें बडे गणेश मंदिर, श्री चिंतामन गणेश मंदिर, हरसिद्धि मंदिर, सिद्ध वट, काल भैरव मंदिर, सांदीपनि आश्रम, इस्कॉन मंदिर, गड़कालिका मंदिर, मंगलनाथ गोपाल मंदिर, नवग्रह मंदिर (त्रिवेणी), चौबीस खंबा मंदिर, नगरकोट की रानी, राम-जनार्दन मंदिर, वेद शाला (वेधशाला) प्रमुख स्थल है । जिससे व्यापार मेले में आने वाले व्यापारी एवं नागरिकों को कला एवं संस्कृति तथा धार्मिक लाभ मिलेगा।