इंदौर नगर निगम के परिषद सम्मेलन की शुरूआत हुई है। परिषद सम्मेलन में कांग्रेस द्वारा जमकर हंगामा किया गया। दरअसल निगम के नए मीटिंग हॉल का नाम पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के नाम पर करना था, बाद में बदलकर इसका नाम अटल सदन कर दिया गया। इसी बात को लेकर कांग्रेस ने जमकर हंगामा करना शरू कर दिया । कांग्रेस के नेताओं का कहना था कि यह ताई के साथ महिलाओं का अपमान है। हालांकि इस घटना के बाद खुद सुमि़त्रा महाजन ने जवाब दिया और इस दौरान वह भावुक हो गईं।
वहीं जवाब देते हुए सुमित्रा महाजन ने कहा कि मुझसे और बहुत अच्छे काम होने है। इतना ही नही उन्होनें कहा कि जब मेरे नाम का प्रस्ताव आया था तभी मैं गुस्सा हो गई थी। मैंने कहा भी था कि अरे मुझसे तो पहले पूछते, मैं तो अभी जिंदा हूं। मेरे नाम पर भवन का नामकरण करने की क्या जरुरत है। इस दौरान उन्होंने भवन का नाम बदलने के फैसले का समर्थन भी किया और कहा कि मेरे अपमान की तो बात ही नहीं है।
गौरतलब है कि पहली बार ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर की बजाय निगम के खुद के हॉल में सम्मेलन आयोजित हो रहा है। विधानसभा की तरह यहां भी पास सिस्टम लागू किया गया है। एक पार्षद को अपने साथ सिर्फ दो लोगों को ही लाने की अनुमति दी गई है।इस दौरान कांग्रेस ने महिला अपमान की तख्तियां भी दिखाई और भाजपा नेताओं पर सवाल खड़े किए। इसके बाद महापौर पुष्यमित्र भार्गव और सांसद शंकर लालवानी का भी उद्बोधन हुआ, जिन्होंने राम मंदिर उद्घाटन को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार माना।