मध्यप्रदेश के हरदा के पटाखा फैट्री में हुए हादसे ने सबको हिला दिया था. भीषण धमाकें में अब तक 13 लोगों की जान गई और लगभग 250 से अधिक लोग घायल हुए है. वहीं इस हादसे का मुख्य आरोपी फैट्री के मालिक राजू अग्रवाल को माना गया. हलांकि हादसे के वक्त आरोपी फरार हो गया था, जिसे बाद में पुलिस ने धर दबोचा था. वहीं राजू अग्रवाल एक साधारण परिवार से आता था। लेकिन का्रइम के दुनिया में आने की उसकी अनोखी कहानी है.
आपको बता दें राजू अग्रवाल के पिता एक किराने की दुकान चलाते थे. उनके घर की हालत भी कुछ खास ठीक नही थी. राजेश अग्रवाल की अपराध की दुनिया में इंट्री हुई थी. वह चोरी के इल्जाम में पकड़ा गया था. साधारण परिवार से आने वाला राजेश पिता के साथ किराना दुकान चलाता था. उसके बाद वह गरम मसाले का व्यापार करने लगा. इसके बाद जल्दी पैसे कमाने की चाह में राजेश अग्रवाल ने दुकान में पटाखे बेचने शुरू किए. .
गरम मसाला बेचता था राजेश अग्रवाल
इसके बाद से धीरे-धीरे कुछ सालों में गरम मसाला बेचने वाला राजेश अग्रवाल राजू सेठ बन गया. लोग उसे इसी नाम से पहचानने लगे. राजू अग्रवाल ने सबसे पहले बैरागढ़ गांव में जमीन खरीदकर पटाखा फैक्ट्री डाल ली. प्रशासन से 15 किलो की अनुमति लेकर वह सैकड़ों किलो बारूद और विस्फोटक पदार्थ अवैध तरीके से स्टॉक करके रखता. सूत्रों के अनुसार फैक्ट्री से निकला था. वह हरदा जिले के हंडिया के पास जमीन देखने गया था.
इससे पहले भी हुए थे बड़े हादसे
उसने साल 2015 में मगरधा रोड पर खेत में बना गोदाम किराये पर लिया था. 5 जुलाई 2015 को गोदाम में चल रही फैक्ट्री में पटाखे बनाते समय विस्फोट हुआ था. इसमें इकबाल और राकेश नाम के दो युवको की जलने से मौत हो गई थी. इस मामले में राजेश अग्रवाल पर रासुका भी लगाई गई थी. इसके बाद भी पटाखा बनाते वक्त दो हादसे हुए थे. लेकिन वही हर बार प्रशासन की मेहरबानी से बचता रहा है.