Odisha: देश के प्रशिद्ध मंदिरों में से एक यानी ओडिशा के पुरी जगन्नाथ मंदिर को एक बड़ा तोहफा मिलने वाला है। देश के चार धामों में से एक ओडिशा के पुरी जगन्नाथ मंदिर हेरिटेज कॉरिडोर का काम संपूर्ण हो चुका है। इस हेरिटेज कॉरिडोर का नाम श्रीमंदिर परियोजना रखा गया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज यानी 17 जनवरी को मंदिर के गजपति दिव्यसिंह देव के साथ इस कॉरिडोर का उद्घाटन किया।
12वीं सदी के विश्व प्रसिद्ध मंदिर के इस हेरिटेज कॉरिडोर के उद्घाटन कार्यक्रम में ओडिशा सरकार ने देशभर के 90 मंदिरों और संस्थानों के प्रतिनिधियों को आमंत्रण भेजा था। साथ ही भारत और नेपाल के एक हजार मंदिरों को न्योता भेजा था। देश के चारों शंकराचार्यों, चारों पवित्र धाम और चार अन्य छोटे धामों को भी आमंत्रित किया गया।है। जगन्नाथ मंदिर के प्रशासन ने नेपाल के राजा को भी निमंत्रण भेजा था। उद्घाटन के बाद यह कॉरिडोर आम जनता के लिए खुल जाएगा।
इस उद्घाटन कार्यक्रम के बाद मंदिर और हेरिटेज कॉरिडोर को देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। करीब चार साल पहले यानी 2019 में सीएम नवीन पटनायक ने इस हेरिटेज कॉरिडोर का संकल्प लिया था। 2019 में शुरू हुए इस योजना के तहत जगन्नाथ मंदिर से लगे बाहरी दीवार (मेघनाद पचेरी) के चारों तरफ 75 मीटर चौड़ा गलियारा बनाया गया है। इसके साथ मंदिर के चारों ओर 2 किलोमीटर में श्रीमंदिर परिक्रमा पथ का निर्माण किया गया है। जिससे मंदिर परिसर में भीड़ कम होने की सम्भावना है और यहां से श्रद्धालु मंदिर का सीधे दर्शन कर सकेंगे।
इस प्रोजेक्ट के तहत मंदिर परिसर में बने रिसेप्शन सेंटर में 6 हजार भक्त एक साथ खड़े हो सकेंगे। इसी रिसेप्शन सेंटर में 4 हजार परिवारों के लिए सामान रखने के लिए लॉकर रूम, शेल्टर पवेलियन, कार पार्किंग, पुलिस और फायर ब्रिगेड और इमरजेंसी के लिए शटल बस की सुविधा दी गई है। 800 करोड़ रुपए की इस परियोजना में पार्किंग स्थान, श्री सेतु यानी एक पुल, तीर्थस्थल केंद्र, तीर्थयात्रियों की आवाजाही के लिए एक नई सड़क, शौचालय, क्लॉक रूम, विद्युत कार्य और बहुत कुछ जैसी विभिन्न सुविधाएं शामिल हैं। इस परियोजना का मकसद 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल करना है।