शारीरिक अभ्यास के द्वारा सांगिकता के साथ एक दूसरे के प्रति आत्मीयता का भाव उत्पन्न होना चाहिए

Deepak Meena
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सुनील कुलकर्णी

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, इंदौर विभाग के अंतर्गत बालकार्य का शारीरिक प्रकट कार्यक्रम आईटीआई मैदान, नंदानगर पर सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में अखिल भारतीय शारीरिक शिक्षण प्रमुख, सुनील कुलकर्णी मुख्य वक्ता, एयर मार्शल हरीश मसंद मुख्य अतिथि व मशहूर क्रिकेटर अमय खुरासिया विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुए। कार्यक्रम में इंदौर के विभिन्न स्थानों पर लगने वाली १७४ बाल शाखाओं से १२०० से अधिक चयनित बाल स्वयंसेवको ने भाग लिया, जिसमे संघ की शाखा में होने वाले शारीरिक कार्यक्रमों जैसे नियुद्ध, दंड संचालन, पद विन्यास, व्यायाम योग, आसन, पिरामिड, अखाड़ा, घोष, समता, संचलन आदि का प्रदर्शन हुआ।

बाल शारीरिक प्रकट कार्यक्रम के उपरांत मुख्य अतिथि हरीश मसंद जी द्वारा जीवन मे व्यायाम और भोजन के महत्व पर प्रकाश डाला, उनके अनुसार उन्होंने 40 साल एयरफोर्स में सेवाएं दी, परन्तु उन्हें कभी किसी तरह की कोई दवाई नही लेना पड़ी, उन्होंने बाल स्वयंसेवको को अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत पर बात की।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुनील कुलकर्णी ने बाल स्वयंसेवको को निरन्तर शाखा में शारीरिक अभ्यास करने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि अभ्यास न होने से विद्या का नाश होता है। संघ समाज मे अनुशासित, धैर्यवान, चरित्रवान, निष्ठावान व्यक्ति निर्माण का कार्य करता है। व्यायाम के अलावा, सांगिकता के साथ साथ एक दूसरे के प्रति आत्मीयता का निर्माण करता है।
2025 में संघ का शताब्दी वर्ष है अपनी स्थापना के समय से संघ सिर्फ व्यक्ति निर्माण का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमें अनुशासन, धैर्य, निःस्वार्थ बुद्धि जैसे सभी गुणों को बढ़ाना है, और भारत भूमि को विश्व गुरु के रूप में स्थापित करना है।

इन बाल स्वयंसेवको के माता पिता से भी संघ को अपेक्षा है, जो संघ इन्हें शाखा में सिखाता है, आप इन्हें घर मे वही सिखाए। उन्होंने भाषा, भूषा, भवन, भोजन, भजन व भृमण का उदाहरण देते हुए घर पर संस्कार देने की प्रेरणा माता पिता को दी।