मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद, एक बड़ा सवाल यह उठ रहा था की अब अगला मध्यप्रदेश पीसीसी चीफ कौन बनेगा? कमलनाथ की अब मध्यप्रदेश में क्या भूमिका रहेगी? कांग्रेस की शिकस्त के बाद कई तरह के सवाल उनसे पूछे जा रहे है। अगले साल लोकसभा चुनाव भी होने है, इसके आधार पर कांग्रेस की क्या रणनीति है।
कमलनाथ ने राज्य में हार के बाद अपना इस्तीफा हाईकमान के सामने पेश कर दिया था। मगर हाईकमान से चर्चा के बाद यह फैसला लिया गया कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमान कमलनाथ के पास ही होगी। वह मध्यप्रदेश पीसीसी चीफ बने रहेंगे। क्यूंकि उन्होंने अपने बयानों में साफ़ कहा है कि, मैं न तो अभी रिटायर हो रहा हूं, न ही मध्यप्रदेश छोड़कर जा रहा हूं। इसे साफ़ होता है की वह अभी राज्य की राजनीति में ही सक्रिय रहेंगे।
फिलहाल कमलनाथ खुद को नेता प्रतिपक्ष बनने की होड़ में शामिल नहीं कर रहे है। 2020 में तख्ता पलट के बाद वे नेता प्रतिपक्ष रहे थे, लेकिन विधानसभा में ज्यादा वक्त नहीं दे पाए। इसके बाद कांग्रेस ने डॉ गोविंद सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया। राज्य में भी कांग्रेस नए समीकरण की और देखना चाहती है। मगर लोकसभा तक तो कमलनाथ और दिग्विजय सिंह का ही वर्चस्व रहेगा। इसके बाद फिर नए समीकरण बनेंगे। फिलहाल इन दोनों की लीडरशिप के काम्बिनेशन का कोई विकल्प कांग्रेस के पास नहीं है।