शास्त्रों के अनुसार, एकादशी व्रत के दिन तुलसी के पौधे को जल चढ़ाने से बचना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन जल चढ़ाने से मां लक्ष्मी रूठ जाती है। इसके व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की समस्या सकती है। बनते हुए कार्य बिगड़ सकते है। माना जाता है कि एकादशी के दिन माता लक्ष्मी भगवान विष्णु के लिए व्रत रखती हैं इसलिए इस दिन तुलसी में जल देने से बचें।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर आपके घर में भी तुलसी का पौधा दक्षिण दिशा में है तो इसे भूलकर भी इस दिशा में न रखें। ऐसा करने से घर में नकारात्मक शक्ति का वास होता है और जीवन में कई बाधाएं सामने आती है। साथ ही धन आने की गति पर ग्रहण लग जाता है। तुलसी के पौधे पर अधिक मात्रा में जल नहीं चढ़ाना चाहिए, इससे इसकी जड़े गलने लगती है और तुलसी का पौध सूखने लगता है। तुलसी के पौधे सूखना शुभ नहीं माना जाता है इससे जीवन में कई समस्याएं आती है।
सूर्योदय में तुलसी को जल चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है। सुबह के समय तुलसी में जल देने से विशेष फल की प्राप्ति होती है और आर्थिक संकटों से छुटकारा मिलता है। पुराणों के मुताबिक, ऐसा कहा जाता है कि बिना सिलाई वाला एक वस्त्र पहनकर तुलसी में जल देने से लाभ प्राप्त होगा। सिले हुए कपड़े पहनकर तुलसी में जल चढ़ाने से कुछ लाभ नहीं मिलता है। पुराणों में बताए विवरण के अनुसार तुलसी के पौधे में जल देते समय हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपने बिना सिलाई का एक वस्त्र पहना हुआ है। सिले हुए कपड़े पहनकर तुलसी में जल देने से लाभ प्राप्त नहीं होता है।