अक्सर लोग डॉक्टर को भगवान का दर्जा देते हैं, क्योंकि डॉक्टर मरीज का इलाज करके उन्हें नया जीवन देते हैं। लेकिन क्या हो जब बिना डिग्री के ही एक डॉक्टर मरीज का इलाज कर उसकी जिंदगी खतरे में डाल दे। जी हां, एक ऐसा ही मामला इंदौर से सामने आया है। जहां बगैर डिग्री मरीजों का इलाज करने वाले फर्जी डॉक्टर को इंदौर सत्र न्यायालय ने 3 वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई। फर्जी डॉक्टर का नाम खलील एहमद बताया जा रहा हैं।
दरअसल, चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की शिकायत पर पुलिस आरोपित के क्लीनिक पर पहुंची। जहां जांच के दौरान पाया गया कि खलील एहमद दुकान के बोर्ड पर और मरीजों को दिए जाने वाले उपचार की पर्ची, पेड पर एमबीबीएस डीआर्थो तथा एमएस की डिग्री होने का उल्लेख फर्जी तरीके से करते हुए आम जनता के साथ धोखाधड़ी कर रहा था। जबकि उनके पास इनमें से एक भी डिग्री नहीं मिली।
उपचार के दौरान हुई मरीज की मौत
आरोपित खलील के खिलाफ धारा 420 और धारा 24 मध्य प्रदेश राज्य आयुर्विज्ञान परिषद अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। इलाज के दौरान एक मरीज तुलसीराम की मौत भी हुई थी। इसके चलते आरोपित खलील को 3 वर्ष कठोर कारावास से दंडित किया।