इंदौर। आम आदमी पार्टी ने इंदौर नगर निगम द्वारा निजी क्लिनिक के डॉक्टरों को ट्रेड लाइसेंस से मुक्त करने की घोषणा का विरोध किया है। विदित है की मेयर इन काउंसिल की बैठक में इंदौर महापौर द्वारा सिर्फ डॉक्टरों की ट्रेड लाइसेंस फीस माफ करने की घोषणा की गई। जबकि दूसरे व्यवसायिक जैसे वकील,शिक्षाविद,चार्डेड अकाउंटेट आदि को लाइसेंस शुल्क से मुक्त नहीं किया गया।
इंदौर नगर निगम एक तरफ तो छोटे व्यापारी,ठेला चालक,रेहड़ी वालो से जोर जबरदस्ती व्यापार शुल्क लेता हैं। वही आर्थिक रूप से सुदृढ़ डॉक्टरों को ट्रेड शुल्क से मुक्त करना बेहद निराशाजनक,राजनैतिक और पारिवारिक निर्णय है। चुकी महापौर की पारिवारिक पृष्ठभूमि चिकित्सक वर्ग से है, इसीलिए सिर्फ एक व्यवसाय वर्ग को लाभ दिया जा रहा है जबकि डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल द्वारा ट्रेड शुल्क से माफी की कोई मांग नहीं की गई थी।
आप लोकसभा प्रभारी शैली राणावत ने बताया की एक तरफ तो नगरनिगम माली हालत सुधारने के नाम पर बैंक से 70 करोड़ का लोन ले रहा है वही दूसरी ओर आर्थिक रूप से सशक्त पूर्णरूपेण व्यवसायिक लोगो के टैक्स माफ कर रहा हे यह निर्णय बेहद अदूरदर्शिता पूर्ण हे जिससे निगम की माली हालत और बिगड़ेगी और दूसरे व्यवसायिक भी ट्रेड शुल्क माफी की मांग करेंगे.इंदौर की जनता ने शहर के हित के लिए कानून के जानकार महापौर को चुना था लेकिन यह निर्णय उनकी अकर्मण्यता को दर्शाता हे,निगम को जनता से भरपूर टैक्स मिलने के बाद भी बैंक से 70 करोड़ का लोन लेना निगम की वास्तविक हालत को दर्शाता हैं।आम आदमी पार्टी मांग करती है की महापौर अपने निर्णय पर पुनर्विचार कर निगम के राजस्व में घाटा होने वाले निर्णय को तत्काल रद्द करें.