इंदौर: इंदौर में एक बार फिर कोरोना तेजी से अपने पांव पसार रहा है। इसे लेकर उच्च अधिकारी तो गंभीर हैं, लेकिन सरकार ने जो हेल्पलाइन 1075 बनाई है वह कोरोना के प्रति जरा भी गंभीर नहीं है। इसका ताजा उदाहरण यह है कि शहर के लोग अपने और अपने आसपास के लोगों के कोरोना पीड़ित होने की सूचना 1075 पर देकर सरकारी सहायता की मांग कर रहे हैं, ताकि दूसरे इससे बच सकें।
लेकिन, हेल्पलाइन किसी तरह की हेल्प करने के बजाए इधर उधर की बातें करने में लगी है। ऐसा ही एक प्रकरण तिलक नगर के पास महावीर नगर का है। यहाँ के अनुराग अपार्टमेंट नामक मल्टी में एक ही फ्लोर के आठ लोग कोरोना पॉजेटिव पाए गए हैं। मल्टी स्टोरी के लोगों ने हेल्प लाइन पर फोन लगाकर जानकारी दी और मल्टी को सैनेटाइज और सील करने की बात की, तो कोई जवाब नहीं मिला।
कहाँ गया कि टेलीमेडिसिन का एक नम्बर वाट्सएप कर देते हैं, वहां से आपको दवाइयों की लिस्ट मिल जाएगी। ऐसी स्थिति में जब सबसे ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत है और जरूरतमंद लोग खुद आकर प्रशासन को खबर दे रहे हैं, तब भी हेल्पलाइन नाकारा साबित हो रही है। यदि यह स्थिति जारी रही तो पूरे शहर में कोरोना विस्फोट की स्थिति बन जाएगी जिसे संभालना किसी के बस की बात नहीं होगी।