इंदौर में धर्म परिवर्तन का एक और मामला : चर्च में हनुमान चालीसा फाड़ने का आरोप, पुलिस ने कई लोगों पर किया केस दर्ज

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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के हीरानगर क्षेत्र में पांच दिन भीतर दूसरी बार धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। इस बार आरोप चर्च में हनुमान चालीसा फाड़ने का है। आपको बता दे कि,आज से पांच दिन पहले भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था। जहां हीरानगर के बजरंग नगर से लगे आकाश नगर में एक घर में प्रार्थना सभा को लेकर काफी हंगामा हुआ था।

अब मामला हनुमान चालीसा फाड़ने का है। जिसे लेकर गुरुवार सुबह हुए हंगामे के बाद पुलिस ने देर शाम मामले में आधा दर्जन लोगों पर केस दर्ज किया हैं। दरअसल गुरुवार को ईसाई समाज के लोगों ने प्रार्थना का प्रोग्राम रखा था जिस पर हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने आपत्ति ली। न्यू शारदा नगर में ईसाई और हिंदू समाज के लोग रहते हैं।

टीआई पीएल शर्मा के मुताबिक राजकुमार सेन की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी माइकल मैथ्यू, जोमेन जोसफ,अभिषेक नेत्राम, रेखा, सेम जोसफ और बेजूबी के खिलाफ धार्मिक भावना आहत करने के मामले में केस दर्ज किया है।

क्या हैं पूरा मामला जानें

शिकायतकर्ता राजकुमार सेन – शिकायत में इन्होने बताया कि, वह शारदा नगर में रहते हैं और ठेकेदारी का काम करते हैं। गुरुवार सुबह 7 बजे के लगभग घर के बाहर टहल रहे थे। तभी तीन ऑटो रिक्शा में 10 से 12 लोग आए और पूछा कि चर्च कहां है। मैंने चर्च का पता बताकर रिक्शा में सवार लोगों से उनके बारे में पूछा, तो उन्होंने बताया कि वे गुजरात के दाहोद से आए हैं। उनसे चर्च जाने का कारण पूछा तो सभी ने बताया वह सिलाई का काम सीखने आए हैं। उनकी बातों पर शंका हुई। इस पर अपने साथियों को अनजान लोगों के बारे में जानकारी दी। इसके बाद मैं अपने साथियों के साथ चर्च पहुंचा तो वहां दूसरे जिलों के रजिस्ट्रेशन नंबर वाली गाड़ियां खड़ी मिली। इस पर मैंने कॉलोनी के अन्य लोगों को सूचित किया।

इसके बाद कॉलोनी के लोग इकट्‌ठा होकर चर्च के अंदर गए। हां माइकल मैथ्यू दिखे जो चर्च में ही रहते हैं। उनके हाथ में हनुमान चालीसा थी। वे बाकी लोगों को ईसाई धर्म के बारे में उपदेश देते हुए हनुमान चालीसा फाड़ने लगे। जब हमने उन्हें हनुमान चालीसा फाड़ने से मना किया, तो माइकल मैथ्यू की तरफ से जोमेन जोसफ, अभिषेक नेत्राम, रेखा, सेम जोसफ और बेजूबी सहित अन्य लोग हमें चर्च से बाहर निकालने लगे।

इसके बाद बहस करते हुए कहने लगे कि हमारी बाईबिल ही सही है। तुम लोग भी ईसाई धर्म में आ जाओ और हमें ईसाई धर्म अपनाने के लिए समझाने लगे। इस दौरान उनसे काफी कहासुनी हुई। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। सभी लोगों ने मिलकर हमारी धार्मिक पुस्तक हनुमान चालीसा फाड़ी है जिससे हमारी धार्मिक भावना आहत हुई है।