धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आए दिन किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रहते हैं। लेकिन इस बार उनकी सुर्खियों में रहने की थोड़ी अलग वजह है। यह वजह राजनीति से मिलती-जुलती है। जी हां, बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में कथन वाचन चल रहा है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री कांग्रेस सांसद नकुलनाथ द्वारा आयोजित श्री राम कथा में पहुंचे हैं।
आपको बता दें, कथा का आज आखिरी दिन है। छिंदवाड़ा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का गढ़ है और नकुलनाथ कमलनाथ के बेटे हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा को छिंदवाड़ा में होने का सौभाग्य बताया है और जो लोग कथा पर सवाल उठा रहे थे उन्हें करारा जवाब देते हुए कहा कि उनके पेट में आखिर दर्द क्यों हो रहा है।
तड़प रही होगी गांधी की आत्मा…..
आपको बता दें, कमलनाथ का यह करारा जवाब कांग्रेस के समर्थक आचार्य प्रमोद कृष्णम के लिए था। एक बार आचार्य ने कहा था कि मुसलमान के ऊपर बुलडोजर चलाने और आरएसएस (RSS)का झंडा हिंदू राष्ट्र की सरेआम वकालत कर के संविधान की धज्जियां उड़ाने वाले भाजपा के स्टार प्रचारक की आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता। साथ ही साथ उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ते हुए कहा कि आज रो रही होगी गांधी की आत्मा और तड़प रहे होंगे पंडित नेहरू और भगत सिंह लेकिन सेकुलरिज्म के ध्वजवाहक।
कांग्रेस का कोई नेता संतो से दूर नहीं ?
कमलनाथ ने यह साबित किया है कि बागेश्वर की कथा से कांग्रेस नेताओं की कोई दूरी नहीं है। उन्होंने कहा कि कोई संतो से दूर नहीं हैं। कमलनाथ ने कहा, ‘बागेश्वर महाराज यहां आए, मैने उनका स्वागत किया। उन्होंने तय किया कि उनको छिंदवाड़ा आना है। छिंदवाड़ा की जनता का सौभाग्य होना चाहिए कि महाराज जी की कथा सुनी और हम सब का सौभाग्य है कि महाराज जी छिंदवाड़ा में आए’ कथा से कांग्रेस नेताओं की दूरी पर कमलनाथ ने कहा कि कौन दूर है? यहां तो सब मौजूद है। उनसे मिलने दिग्विजय सिंह गए कांग्रेस का कोई नेता उनसे दूर नहीं है।