- अगले तीन सालों में 500 से अधिक टेक प्रोफेशनल्स की भर्ती करेगी कंपनी
भोपाल। पुणे स्थित डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन कम्पनी, न्यूविज़न सॉफ्टवेयर भोपाल, मध्यप्रदेश में अपनी उपस्थिति को लगातार मजबूत बना रही है। इसके लिए कम्पनी अपनी प्रोडक्ट इंजीनियरिंग पर खास ध्यान दे रही है। यह एक महत्वपूर्ण अभियान है क्योंकि कम्पनी राज्य में तेजी से वृद्धि कर रहे टेक टैलेंट से जुड़ते हुए भोपाल सेंटर को एक हाई वैल्यू सेवा प्रदाता हब के रूप में देख रही है। कम्पनी ने मध्यप्रदेश में 2016 में काम की शुरुआत की थी और यह नया कदम कम्पनी द्वारा राज्य के प्रति आभार व्यक्त करने का ही प्रतीक है।
मात्र 10 इंजीनियर के साथ की गई कम्पनी की शुरुआत आज तीन डिलीवरी सेंटर्स पर 500 से अधिक एम्प्लोय तक पहुंच चुकी है जिसमें से100 एम्प्लोयी भोपाल में हैं। कम्पनी द्वारा भोपाल में और वृद्धि करने पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, एम्प्लोयी की इस संख्या के इस वित्तीय वर्ष में 200 तक पहुंच जाने की संभावना है। वहीं सम्पूर्ण वृद्धि की रणनीति के हिसाब से अगले 3 वर्षों में इसके 500 एम्प्लोयी तक पहुंचने की संभावना है। इस क्रम में कम्पनी यहां बड़ी संख्या में कुशल व प्रतिभावान सॉफ्टवेयर इंजीनियर, डिजाइनर्स, प्रोडक्ट मैनेजर, बिज़नेस एनालिस्ट व डाटा साइंटिस्ट व डाटा आर्किटेक्ट्स की भर्ती भी करेगी। ताकि इस सेंटर से ग्लोबल प्रोडक्ट डेवलपमेंट सेवाएं सुचारू रूप से प्रदान की का सकें।
भोपाल में विस्तार की यह प्रक्रिया, स्थानीय प्रतिभा से जुड़ने और इस क्षेत्र में स्थानीय टेक स्टार्ट अप के साथ साझेदारी करते हुए और उनका मार्गदर्शन करते हुए, वृद्धि को उत्प्रेरित करने के न्यूविज़न के रणनीतिक मार्ग (स्ट्रेटेजिक रोडमैप) का हिस्सा है। कम्पनी, स्टार्टअप कम्युनिटी को वैश्विक स्तर की सर्वोत्तम अभ्यास प्रक्रिया व शिक्षा प्रदान करने व प्रतिभा का और भी विस्तृत क्षेत्र निर्मित करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। जो कि अधिक कम्पनियों को आकर्षित कर वृद्धि और आंत्रप्रेन्योरशिप के लिए उत्प्रेरक की भांति काम करेगा और इनोवेशन के लिए बहुत प्रभावी केंद्र के रूप में सामने आएगा।
न्यूविज़न एक डिजिटल नेटिव कम्पनी है जो डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के लिए कॉम्परहेंसिव समाधान की पेशकश करती है। कम्पनी के पास यूएस (अटलांटा व पोलो आल्टो) व मिडिल ईस्ट (दुबई , यूएई) में मजबूत वैश्विक उपस्थिति व भारत में पुणे, हैदराबाद व भोपाल के साथ कुल 500 से अधिक एम्प्लोयी का बेस है।
विस्तार की इस रणनीति के महत्व के बारे में अधिक जानकारी देते हुए, कपिल गोधानी, सीईओ, न्यू विज़न सॉफ्टवेयर ने कहा- हमारा लक्ष्य मध्यप्रदेश को भारत के अगले टेक हब के रूप में विकसित करने का है। हम यहां वृद्धि व इनोवेशन को बढ़ावा देते हुए टैलेंट पूल को और बढाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस विचार को सार्थक बनाने के लिए हम अपनी कम से कम 100 सीटें अपने डिजिटल प्रोडक्ट स्टूडियो और सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट इंजीनियरिंग सेवाओं को समर्पित करेंगे ताकि उन्नत तकनीक का उपयोग करके भविष्य के लिहाज से तैयार उत्पाद बनाये जा सकें।
भोपाल का यह विस्तार न्यूविज़न के भारत भर में अगले तीन सालों में एम्प्लोयी की टीम को 2000 तक पहुंचाने की योजना का हिस्सा है। कम्पनी ने भोपाल में अपने वर्तमान सेटअप में 5,000 स्क्वेयर फीट के ऑफिस प्लेस का निवेश किया है, ताकि 200 और सीटों को जगह देते हुए व क्षमताओं को और मजबूत बनाते हुए भोपाल में अपनी वृद्धि योजनाओं को बढ़ावा दिया जा सके। कम्पनी, ट्रांसफॉर्मेटिव डिजिटल टेक्नोलॉजी पर ध्यान केंद्रित करने का लक्ष्य लेकर चल रही है, जिसमें डाटा, ऑटोमेशन व सायबर सिक्योरिटी शामिल हैं। वैश्विक स्तर पर ग्राहकों को सेवाएं देने के साथ ही भोपाल ऑफिस, भारतीय मार्केट में, विशेष डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन आवश्यकताओं के साथ मौजूद विशिष्ट सेगमेंट के क्लाइंट्स को भी सेवाएँ देगा।
बालन रामास्वामी, चीफ ऑपरेशन ऑफिसर न्यू विज़न सॉफ्टवेयर ने कहा -‘हम सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स, डेवलपर्स, डिजाइनर्स, प्रोडक्ट मैनेजर्स, बिज़नेस एनालिस्ट व डेटा साइंटिस्ट/ आर्किटेक्ट्स की बड़ी संख्या में भर्ती के साथ अपनी नई वृद्धि गाथा को लिखने की इच्छा रखते हैं, ताकि मध्यप्रदेश में नेक्स्ट-जेनरेशन डिजिटल सॉल्यूशन्स का निर्माण किया जा सके। हम देशभर से ऐसे अनुभवी लोगों को भी आकर्षित करना चाहते हैं जो मध्यप्रदेश को अपनी सेवाएं देना चाहते हैं। ये अनुभवी प्रोफेशनल्स आने वाले वर्षों में भोपाल में हमारे वर्कफोर्स को 100 की संख्या से 500 से अधिक की संख्या तक पहुंचा सकें। इनमें से 100 एक वर्ष से भी कम समय मे जोड़ने का लक्ष्य है।’ डिजिटल प्रोडक्ट स्टूडियो और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के साथ ही, न्यूविज़न द्वारा की जाने वाली पेशकश में डिजिटल एश्योरेंस, प्लेटफॉर्म ड्रिवन इंजीनियरिंग, ऑटोमेशन, डेटा एंड एनालिटिक्स, इंफ्रास्ट्रक्सचर मैनेज्ड सर्विसेस, एप्लिकेशन मैनेज्ड सर्विसेस व क्लाउड मैनेज्ड सर्विसेस आदि भी शामिल हैं।