अर्जुन राठौर
बेचारा कोरोना उसने तो लाख चाहा था कि इंदौर से अब मेरी विदाई हो जाए यही कारण है कि कोरोना मरीजों की संख्या इंदौर में घटते घटते 550 से मात्र 16 पर आ गई थी और ऐसा लगने लगा था कि अब देश के अन्य शहरों की तरह इंदौर से भी कोरोना विदाई ले चुका है ।
लेकिन कोरोना क्या करे उत्सव धर्मी इंदौर के लोगों ने उसे जाने ही नहीं दिया सरकार और प्रशासन लाख चेतावनी देते रहे एक दूसरे से दूरी बनाए रखें मास्क पहनें लेकिन उत्सव धर्मी इंदौर के लोगों ने दोनों को धता बता दी और जमकर ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जिनमें ना तो मास्क पहने गए और ना ही दूरी रखी गई नतीजा यह निकला कि कोरोना के मरीजों का आंकड़ा 16 से बढ़ते बढ़ते पौने 200 तक आ पहुंचा और इसमें चिंता वाली बात यह है कि कोरोना का नया स्ट्रेन भी इंदौर में दस्तक दे रहा है ।
अब सवाल इसी बात का है कि उत्सव धर्मी इंदौर ने यह क्या कर दिया लॉकडाउन के बाद धीरे-धीरे जब सबकुछ खुलने लगा तो लोगों ने समझा कि कोरोना इंदौर से जा चुका है पहले बाजार खुले फिर लोगों ने कार्यक्रमों की धूम मचा दी आखिर उत्सव धर्मी लोगों का शहर जो ठहरा । दिक्कत वाली बात यह है कि ना तो आयोजकों को चिंता है लोगों की और न लोगों को चिंता है खुद की जहां भी मौका मिला वहां आयोजकों ने कार्यक्रम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी और लोग भी भीड़ इकट्ठा करने पहुंच गए आयोजकों ने भी यह नहीं सोचा कि कहीं में कहीं कोरोना अभी भी मौजूद है और वह विस्फोटक रूप में वापस भी आ भी सकता है कोरोना ने भी उत्सव धर्मी शहर के लोगों को निराश नहीं किया उसने फिर से पूरी मुस्तैदी के साथ दस्तक दे दी अब देखते हैं आगे क्या होता है