मुंबई- आईसीआईसीआई बैंक ने आज टाटा मेमोरियल सेंटर (टीएमसी) के लिए 1,200 करोड़ रुपए का योगदान देने की प्रतिबद्धता की घोषणा की। टीएमसी देश भर में कैंसर उपचार और अनुसंधान केंद्र चलाने वाली एक प्रमुख संस्था है। आईसीआईसीआई बैंक अपने सीएसआर फंड से 7.5 लाख वर्ग फुट के संयुक्त क्षेत्र में फैली तीन नई इमारतों की स्थापना के लिए राशि प्रदान करेगा। साथ ही महाराष्ट्र में नवी मुंबई, पंजाब में मुल्लांपुर और आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम में टीएमसी के केंद्रों को अत्याधुनिक मशीनों से लैस करेगा।
किसी भी संगठन द्वारा टाटा मेमोरियल सेंटर को दिया गया यह सबसे बड़ा एकल योगदान है। आईसीआईसीआई बैंक की सीएसआर शाखा आईसीआईसीआई फाउंडेशन फॉर इनक्लूसिव ग्रोथ (आईसीआईसीआई फाउंडेशन) इस पहल को लागू करेगी। इस प्रोजेक्ट के 2027 तक पूरा होने की संभावना है। आधुनिक उपकरण और मल्टी-डिसिप्लीनरी टीमों के विशेषज्ञों के साथ ऑन्कोलॉजी ट्रीटमेंट में उत्कृष्टता वाले ये नए केंद्र एक वर्ष में लगभग 25,000 नए रोगियों को एडवांस्ड और एविडेंस बेस्ड थैरेपी प्रदान करेंगे। इस तरह ऑन्कोलॉजी ट्रीटमेंट से संबंधित वर्तमान क्षमता दोगुना हो जाएगी, जिससे देश के कैंसर उपचार के बुनियादी ढांचे को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा मिलेगा।
आईसीआईसीआई फाउंडेशन ने इस प्रतिबद्धता को व्यक्त करने के लिए टीएमसी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। आईसीआईसीआई फाउंडेशन के प्रेसिडेंट संजय दत्ता और टाटा मेमोरियल सेंटर के निदेशक डॉ आर ए बडवे ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर आईसीआईसीआई बैंक के चेयरमैन गिरीश चंद्र चतुर्वेदी और एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर संदीप बत्रा भी मौजूद थे। चतुर्वेदी ने आज मुंबई के परेल स्थित टाटा मेमोरियल अस्पताल में डॉ. बडवे और बत्रा की उपस्थिति में आईसीआईसीआई एमआरआई सुविधा का भी उद्घाटन किया। यह सुविधा आईसीआईसीआई फाउंडेशन के सहयोग से एडवांस्ड एमआरआई मशीन से लैस है।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए आईसीआईसीआई बैंक के चेयरमैन गिरीश चंद्र चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘आईसीआईसीआई बैंक के पास देश की सेवा करने की लंबी विरासत है। इसी फिलॉस्फी के अनुरूप आईसीआईसीआई फाउंडेशन आज देश के नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहा है। इस क्रम में फाउंडेशन की ओर से पर्यावरण संरक्षण, स्थायी आजीविका के लिए कौशल विकास, किफायती स्वास्थ्य देखभाल और सामुदायिक विकास परियोजनाओं के क्षेत्रों में विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
इन वर्षों में आईसीआईसीआई फाउंडेशन ने देश भर में 2.6 मिलियन से अधिक पेड़ लगाए हैं, 5000 ग्रामीण स्कूलों और वाटरशेड संरचनाओं में सालाना 17.1 बिलियन लीटर वर्षा जल संचयन की क्षमता तैयार की है। साथ ही फाउंडेशन ने ग्रामीण स्कूलों में रूफटॉप सोलर पैनल लगाए हैं और कौशल विकास संबंधी पहल के माध्यम से 2.9 मिलियन से अधिक लोगों को लाभान्वित किया है, जिनमें आधी से अधिक संख्या महिलाओं की है। फाउंडेशन ने अपनी सामाजिक पहलों के माध्यम से 6.5 मिलियन से अधिक लोगों को और अपनी स्वास्थ्य देखभाल पहलों के जरिये 1.5 मिलियन से अधिक लोगों को लाभान्वित किया है। कुल मिलाकर, आईसीआईसीआई फाउंडेशन ने अपनी विभिन्न पहलों के माध्यम से 10.9 मिलियन से अधिक लाभार्थियों को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।’’
‘‘आज हम नवी मुंबई, मुल्लांपुर और विशाखापत्तनम में टीएमसी के केंद्रों में तीन नए ब्लॉक बनाने के लिए 1,200 करोड़ रुपए प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता जता रहे हैं। ये तीनों नए ब्लॉक 2027 तक पूरे हो जाएंगे। स्वास्थ्य सेवा को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता के तहत, यह पहल हमारे देश के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक कैंसर देखभाल सेवाओं को और विस्तार प्रदान करेगी। इस तरह रोगियों को उन्नत और नवीनतम कैंसर उपचारों तक पहुंच हासिल हो सकेगी। ये नई इमारतें क्षेत्रीय रेफरल केंद्रों के रूप में भी काम करेंगी और मरीजों को मुंबई में परेल में टाटा मेमोरियल अस्पताल जाने के लिए लंबी दूरी की यात्रा करने की आवश्यकता को कम करेंगी।’’
इस अवसर पर टाटा मेमोरियल सेंटर के डायरेक्टर डॉ. आर. ए. बडवे ने कहा, ‘‘देश भर में कैंसर देखभाल में सुधार के लिए सबसे बड़ी सीएसआर पहल शुरू करने के लिए हम आईसीआईसीआई फाउंडेशन के बहुत आभारी हैं। नवी मुंबई, विशाखापत्तनम और मुल्लांपुर में टाटा मेमोरियल सेंटर के तीन अस्पतालों में जो इन्फ्रास्ट्रक्चर जोड़ा जा रहा है, वह अत्यधिक रियायती लागत पर क्षेत्र के लोगों को समय पर और उच्च गुणवत्ता वाला उपचार प्रदान करेगा। यह महत्वपूर्ण है कि उन्नत कैंसर देखभाल घर के करीब हासिल हो, ताकि क्षेत्र के अधिक से अधिक लोग इस तरह के उपचारों का लाभ उठा सकें।’’
एसीटीआरईसी, नवी मुंबई में रेडिएशन थैरेपी ब्लॉक न केवल बड़ी संख्या में रोगियों को समय पर रेडियोथैरेपी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, बल्कि सबसे उन्नत तकनीकों के साथ उपचार प्रदान किया जाएगा। इलाज के बेहतर परिणामों के लिए दोनों अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। बच्चों और वयस्कों में रक्त कैंसर हालांकि इलाज योग्य है, लेकिन इसके लिए बहुत गहन उपचार की आवश्यकता होती है। विशाखापत्तनम और मुल्लांपुर में स्थापित किए जा रहे आईसीआईसीआई केंद्र डेडिकेटेड चिल्ड्रन एंड ब्लड कैंसर सेंटर हैं और अत्याधुनिक मल्टी डिसिप्लीनरी देखभाल प्रदान करेंगे। ये केंद्र जल्द ही बोन मैरो ट्रांसप्लांट और सेल्यूलर थैरेपी जैसे उन्नत उपचारों की पेशकश करने वाले क्षेत्रीय केंद्र बन जाएंगे।’’
आईसीआईसीआई बैंक की प्रतिबद्धता की मुख्य विशेषताएं हैं-
आईसीआईसीआई फाउंडेशन नवी मुंबई, महाराष्ट्र में टीएमसी के एडवांस सेंटर फॉर ट्रीटमेंट, रिसर्च एंड एजुकेशन इन कैंसर (एसीटीआरईसी) में एक ‘आईसीआईसीआई रेडिएशन ऑन्कोलॉजी ब्लॉक’ स्थापित करेगा। यह ब्लॉक सीटी स्कैनर और एमआरटी सहित अत्याधुनिक रेडियोलॉजी सुविधाओं, बाहरी रोगियों के लिए नई सुविधा, प्रयोगशालाओं और आंतरिक रोगियों के लिए रेडियोथैरेपी सुविधा से लैस होगा। एक छत के नीचे सभी जांच सुविधा एक साथ मिलने से जांच में लगने वाला समय बहुत कम हो जाएगा और इस प्रकार उपचार की गुणवत्ता में वृद्धि होगी।
आईसीआईसीआई फाउंडेशन पंजाब के मुल्लांपुर और आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में टीएमसी के होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र में दो ‘आईसीआईसीआई पीडियाट्रिक एंड हेमेटोलॉजिकल ऑन्कोलॉजी ब्लॉक’ स्थापित करेगा। ये केंद्र ऐसे उन्नत उपकरणों के साथ उपचार की सुविधा प्रदान करेंगे, जिनकी आवश्यकता बाल चिकित्सा और हेमेटोलॉजिकल कैंसर के इलाज के लिए होती है। सुविधाओं में गहन कीमोथैरेपी, बोन मैरो ट्रांसप्लांटेंशन, रेडिएशन थैरेपी और सीएआर-टी सेल जैसी नई इम्यूनोथैरेपी शामिल होंगी, जो केवल सुपर स्पेशलाइज्ड केंद्रों में उपलब्ध हैं। भर्ती होने वाले मरीजों की देखभाल की सुविधा के लिए केंद्रों में डेडिकेटेड बेड, डे केयर यूनिट, आईसीयू, एमआरआई और सीटी-पीईटी स्कैन सुविधा के साथ-साथ जेनेटिक्स सहित उन्नत परीक्षण के लिए प्रयोगशालाएं भी होंगी, जो कि बाल चिकित्सा और हेमेटोलॉजिकल कैंसर के इलाज के लिए महत्वपूर्ण हैं। ये केंद्र देश के पूरे दक्षिणी और उत्तरी हिस्सों में क्षेत्रीय रेफरल केंद्र भी बनेंगे।
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Source : PR