इंदौर। फ्रांस से पेरिस की उड़ान के दौरान डॉक्टर आरएस माखीजा अपने मित्रों के साथ चर्चा कर रहे थे इसी बीच उन्होंने दूसरे देशों में अपनी सेवाएं देने के बजाय यह तय किया कि हम अपने ही देश में शिक्षा के स्तर में बेहतरी के लिए कार्य करेंगे। हवाई सफर के दौरान ही उन्होंने इंदौर शहर में स्कूल और कॉलेज की स्थापना की बात कही और सन 1981 में शहर में एक स्कूल की स्थापना की गई थी। शुरुआत में स्कूल का नाम गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल था। इसकी शुरुआत एक धर्मशाला से हुई थी जो कि प्रताप नगर में स्थित थी। कुछ समय बाद यह नंदा नगर में स्थापित किया गया। 1984 में स्कूल पूरी तरह से तबाह हो गया था। इसके बाद खंडवा रोड पर 1985 में इस स्कूल की स्थापना की गई और नाम गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल रखा गया। शुरुआत में यह हिंदी मीडियम स्कूल था अब इस स्कूल में सीबीएसई पैटर्न में शिक्षा दी जा रही है।
सवाल. स्कूल में किस तरह से शिक्षा प्रदान की जाती है वही गरीब वर्ग के स्टूडेंट को क्या फैसिलिटी दी जाती है
जवाब. स्कूल में हर स्ट्रीम के छात्रों को शिक्षा दी जाती है जिसमें मैथ्स, साइंस, कॉमर्स, आर्ट और अन्य सब्जेक्ट शामिल है। स्कूल में क्वालिटी ऑफ एजुकेशन पर ध्यान दिया जाता है इसलिए हर साल स्कूल के स्टूडेंट बेहतर रिजल्ट हासिल कर करते हैं। हर तबके को बेहतर शिक्षा मिले इस मकसद से शुरू किए इस स्कूल में शहर के अन्य स्कूलों के मुकाबले फीस कम है वही शिक्षा को बढ़ावा देने के मकसद से होनहार स्टूडेंट को स्कॉलरशीप पर भी शिक्षा दी जाती है। वही प्री नर्सरी से लेकर फर्स्ट क्लास तक के बच्चों को स्कूल की तरफ से लंच फ्री दिया जाता है। इसी के साथ 25% तक फीस में डिस्काउंट भी दिया जाता है।
सवाल. शिक्षा के साथ-साथ क्या स्कूल में स्पोर्ट्स फैसिलिटी पर भी ध्यान दिया जाता है स्कूल के स्टूडेंट के नाम क्या कीर्तिमान स्थापित है
जवाब. बेहतर शिक्षा के साथ साथ जीवन में खेल के महत्व को समझते हुए हैं स्कूल में स्पोर्ट्स एक्टिविटी पर भी काफी ध्यान दिया जाता है। इसमें क्रिकेट ,वॉलीबॉल, फुटबॉल और अन्य खेलों का आयोजन किया जाता है जिसमें स्कूल के स्टूडेंट्स पार्टिसिपेट कर इंजॉय करते हैं। स्कूल के स्टूडेंट्स प्रतियोगिता स्कूल के साथ-साथ अन्य आयोजन में भाग लेकर स्कूल का नाम रोशन करते है। हाल ही में स्कूल की स्टूडेंट खुशी वानखेड़े ने रोहतक में आयोजित वर्ल्ड रोलर स्केटिंग में सिल्वर मेडल हासिल किया है। अगर स्कूल के अलुमिनाई की बात की जाए तो देश और विदेश में बड़े पद पर स्कूल के स्टूडेंट अपनी सेवाएं दे रहे हैं वही इंदौर शहर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी स्कूल के छात्र रहे हैं।
सवाल. स्कूल में मौजूद फैकेल्टी को किस आधार पर अप्वाइंट किया जाता है
जवाब. स्कूल में स्टूडेंट को क्वालिटी ऑफ एजुकेशन देने के मकसद से उन्हीं टीचर को हायर किया जाता है जिनके पास टीचिंग फील्ड में अच्छा अनुभव होता है या उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी डिग्रियां हासिल कर रखी हो। स्कूल में साइंस, फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायो सभी के लिए लैब सुविधा भी उपलब्ध है इसी के साथ स्कूल में कंप्यूटर लैब भी मौजूद है।
सवाल. स्कूल में और क्या-क्या आयोजन करवाए जाते हैं
जवाब. स्कूल में बच्चों के लिए अवेयरनेस प्रोग्राम भी चलाए जाते हैं इसी के साथ सभी धर्मों के त्योहार भी स्कूल में सेलिब्रेट किए जाते हैं और बच्चों को इसके बारे में जानकारी प्रदान की जाती है। शहर में आयोजित इंटरसिटी स्कूल एक्टिविटी में भी स्कूल के स्टूडेंट्स पार्टिसिपेट करते हैं। स्कूल के स्टूडेंट रहे सिद्धार्थ सोनी की याद में एक टूर्नामेंट का आयोजन भी स्कूल में किया जाता है और नगद पुरस्कार वितरण किया जाता है। वहीं पत्रकार गोपी कृष्ण गुप्ता जी के नाम पर एक हिंदी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है जिसमें बेहतर परफॉर्मेंस पर पुरुष्कार वितरण किया जाता है।
डायरेक्टर रतनजीत सिंह शैरी बताते हैं की स्कूल में कैरियर काउंसलिंग भी की जाती है जिससे बच्चों को अच्छा कैरियर चुनने की सुविधा मिलती है । आज यही कारण है कि आर्मी में उच्च पदों पर हमारे विद्यार्थी कर्नल रवनीत सिंह बेदी कर्नल उज्जवल पंचाल है । इंदरबीर सिंह छाबड़ा स्पेस साइंटिस्ट है।अभिषेक मिश्रा वर्ल्ड बैंक में बड़े अच्छे पद पर है वो बैंक की प्लानिंग करते है वो दुबई में है। दुरूतल मजद यू. एस. ए. की आर्मी में है। डा.मनमिंदर सिंघ अर्थ शास्त्री है,खुशी वानखेड़े ने रोलर स्केटिंग में विश्वकप खेलते हुए भारत की टीम का नेतृत्व किया और सिल्वर मैडल जीत कर स्कूल का नाम रोशन किया । ऐसे और भी कई होनहार स्टूडेंट्स है । जिसमे अच्छे डाक्टर, एडवोकेट, इंजीनियर,स्पेस साइंटिस्ट, अर्थ शास्त्री स्पोर्ट्स मेन इत्यादि शामिल है।
अत्यंत गर्व का विषय है कि वर्तमान में इंदौर के महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल के पास आउट विद्यार्थी रहे हैं ,इस पद पर पहुंचाने का क्रेडिट वो जी.एच.पी.एस के टीचर्स को देते हैं ।आदरणीय डॉक्टर रघुवीर सिंह माखीजा जी के मार्गदर्शन में स्कूल ने सफलता का शिखर हासिल किया है । सी.ई.ओ सतविंदर सिंह जीएचपीएस समेत महाराजा ग्रुप की सभी संस्थाओ की प्रग्रति में सराहनीय योगदान दे रहे है। वो कहते है होनहार और जरूरतमंद बच्चों के लिए फीस में विशेष रियायत दी जाती है ।अर्थात गुरु हरकिशन पब्लिक स्कूल विद्या विचारी ता परोपकारी के सिद्धांत को पूरी तरह लागू करने में वचनबद्ध है