इंदौर शहर में लोगों के साथ धोखाधड़ी संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाने एवं इनमें संलिप्त बदमाशों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही के निर्देश वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए हैं। उक्त निर्देशों के तारतम्य में क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा लगातार प्रभावी कार्यवाही की जा रही है।
इसी अनुक्रम में आवेदक डॉक्टर दीपक गवली ने पुलिस उपायुक्त अपराध शाखा इंदौर को कुछ समय पहले शिकायत की था कि, आरोपी अजय उर्फ अमन सिंह निवासी सार्थक विहार इंदौर और उसकी कथित पत्नी द्वारा फ्लैट गिरवी रखने के नाम पर अमन सिंह ने फ्लैट की कूट रचित रजिस्ट्री देकर उससे 5 लाख रुपये ले गया है और घर से दोनों पति पत्नी फरार हो गए हैं, काफी पता करने पर भी कोई पता नहीं चल रहा है।
उपरोक्त शिकायत की क्राइम ब्रांच की टीम के द्वारा जांच की गई तो पता चला कि आरोपी दंपति ने इसके अलावा भी सुरेश मेवाड़ा निवासी पालदा को भी इसी प्रकार उसी फ्लैट को गिरवी रखने के नाम पर 16 लाख , आकाश गोरे निवासी शिवाजी नगर से 5 लाख रुपए व सतीश परमार से 5 लाख रुपए ,रवि कांत से 6 लाख लेकर इसी प्रकार मूर्ख बना कर कूट रचित फ्लैट की रजिस्ट्री दिखाकर उनसे भी कुल 37 लाख लेकर फरार हो गये हैं । जबकि जिस फ्लैट को आरोपी दंपत्ति गिरवी रख कर लोगों से ठगी कर थे उसे पहले ही इन्होंने बैंक से फाइनेंस कराकर लिया हुआ था।
जाँच उपरांत थाना अपराध शाखा में अपराध धारा 420 467 468 471 120 बी उक्त दोनों आरोपियों के विरुद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया। विवेचना के दौरान आरोपियों के मुंबई में होने का पता चला। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में टीम को मुंबई भेजा। टीम के द्वारा करीब तीन-चार दिन वहां रुक कर उनकी रेकी की गई । आरोपी तथा उसकी पत्नी मुंबई में जा करके अपना नाम पता मोबाइल नंबर बदल लिया था तथा चुपचाप एक फ्लैट में रह रहे थे, जिन्हें क्राइम ब्रांच की टीम के द्वारा पकड़ लिया गया ।
पूछताछ पर उन्होंने अपना अपराध स्वीकार किया और तथा बताया कि शेयर बाजार में काफी पैसा हार जाने के बाद उन्होंने इस तरह से लोगों को मूर्ख बनाने की योजना बनाई तथा उसी आधार पर लोगों से पैसा लिया है। प्रकरण में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उक्त दंपति द्वारा और भी कई लोगों के साथ भी इस तरह की धोखाधड़ी की गई होगी जो क्राइम ब्रांच से संपर्क कर सकते है। पुलिस द्वारा दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जिनके विरुद्ध विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। आरोपियों से अभी और पूछताछ पुलिस रिमांड लेकर की जावेगी ।