शिक्षा मंत्रालय द्वारा शहर के विक्रांत इंस्टीट्यूट में शहर के इंजीनियरिंग और विज्ञान कॉलेज के लिए कल वर्चुअल लैब प्रशिक्षण कार्यक्रम

Suruchi
Published on:

इंदौर। वर्चुअल लैब विज्ञान और इंजीनियरिंग के लिए दूरस्थ प्रयोग का मंच है आईसीटी के माध्यम से शिक्षा पर राष्ट्रीय मिशन मिशन एनएमईआईसीटी शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही है। इस प्रोजेक्ट के तहत विज्ञान और इंजीनियरिंग के विभिन्न विषयों में सिमुलेशन आधारित प्रयोगशालाओ तक दुरस्त पहुंच प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह वर्चुअल लैब्स अंडरग्रैजुएट पोस्ट ग्रैजुएट लेवल के साथ-साथ रिसर्च स्कॉलर के छात्रों की जरूरत को पूरा करती है। इसी को ध्यान में रखते हुए शहर के विक्रांत इंस्टीट्यूट मैं इस वर्चुअल लैब के इस्तेमाल और बेसिक जानकारी को लेकर विद्यालय और महाविद्यालयों के शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम से संबंधित सेमिनार का आयोजन आज किया जाएगा।

भारत सरकार के इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए प्रोजेक्ट मैनेजर तन्मय तरुण दास ने बताया कि यह प्रोजेक्ट 2009 में शुरू हुआ वही इस प्रोजेक्ट का ऑफिशल लॉन्च 2012 में किया गया था। 20 लैब से शुरू किया हुऐ इस प्रोजेक्ट में अभी वर्तमान में 133 वर्चुअल लैब है। वर्चुअल लैब कैसे काम करती है इसके बारे में जानकारी देने के लिए विक्रांत इंस्टीट्यूट में सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें शहर के इंजीनियरिंग, साइंस के कॉलेज से टीचर हिस्सा लेकर इसके बारे में जानकारी हासिल करेंगे और अपने स्टूडेंट को इसके इस्तेमाल के बारे में बताएंगे।

वर्कशॉप कोर्डिनेटर अक्षत अग्रवाल ने बताया कि वर्चुअल लैब का यह सेमिनार मध्यप्रदेश में पहला होगा जिसमें इससे संबंधित जानकारी दी जाएगी। कई कॉलेज ऐसे होते हैं जिनके पास लैब और इंफ्रास्ट्रक्चर फैसिलिटी नहीं होती है। ऐसे में यह वर्चुअल लैब विद्यार्थियों को बहुत ज्यादा फायदा पहुंचाएगी यह लैब पूर्ण रूप से फ्री 24 घंटे चालू रहती है इसकी ऑफिशियल वेबसाइट www.vlab.co.in है जिस पर विद्यार्थी जाकर ऑनलाइन प्रैक्टिकल से संबंधित शिक्षा हासिल कर सकता है।

जानकारी देते हुए सीनियर फील्ड इंजीनियर प्रतीक शर्मा ने बताया कि वर्चुअल लैब में इंजीनियरिंग व साइंस के प्रोजेक्ट और प्रैक्टिकल ऑनलाइन परफॉर्म करने की फैसिलिटी है इसे मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर से भी किया जा सकता है आज इससे संबंधित ट्रेनिंग में शहर के साथ-साथ देश के अन्य कॉलेज भी रजिस्ट्रेशन कर इससे संबंधित जानकारी हासिल कर सकते है।

विक्रांत ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के डॉक्टर जितेंद्र सिंह डोडिया ने बताया कि इंजीनियरिंग और साइंस की फील्ड से संबंधित स्टूडेंट और कॉलेज के लिए यह बहुत बड़ी अपॉर्चुनिटी है कि मध्य प्रदेश में पहली बार वर्चुअल लैब से संबंधित जानकारी विक्रांत ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन में दी जाएगी जिसे हासिल कर टीचर स्टूडेंट को एस लैब के इस्तेमाल के बारे में जानकारी प्रदान कर पाएंगे।