Maharashtra News : महाराष्ट्र के नागपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, इन दिनों अर्धनग्न कपड़े पहनने से तेजी से बढ़ रही अश्लीलता को लेकर मंदिर प्रबंधन ने सख्त रवैया अपनाना शुरू कर दिया है। क्योंकि आपने देखा होगा आजकल के समय में लड़कियों का पहनावा काफी शर्मनाक होता जा रहा है।
पार्टी, पूल क्लब पार्टी के साथ साथ लड़कियां मंदिरो में भी छोटी-छोटी ड्रेस पहनकर दर्शन करने पहुँच जाती है. ऐसे में कई आपत्त्तिजनक मामले देखने को मिल रहे है। ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र से सामने आया है जहां महाराष्ट्र मंदिर महासंघ ने एक बड़ा बयान जारी करते हुए कहा कि अब मंदिरों में अर्धनग्न कपड़े पहनने वालों की नहीं होगी एंट्री।
जारी किए गए बयान के अनुसार महाराष्ट्र मंदिर महासंघ ने पवित्रता को बनाए रखने के लिए आज से नागपुर के चार मंदिरों में ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि इस तरह का ड्रेस कोड देशभर के कई मंदिरों, गुरुद्वारों, चर्चों, मस्जिदों और अन्य पूजा स्थलों पर लागू है। ऐसी ही पवित्रता को बरक़रार रखने के लिए यह ड्रेस कोड महाराष्ट्र के 300 से अधिक मंदिरों में लागू किया जाएगा। फिलहाल नागपुर के मंदिरों में
कटी-फटी जींस, अर्धनग्न कपड़े, स्कर्ट, उत्तेजक वस्त्र, अशोभनीय वस्त्र पहन कर प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। मिली जानकारी के मुताबिक अब नागपुर के मंदिरों में दर्शन करने पहुंचे श्रृद्धालुओं को ओढनी, दुपट्टा के साथ ही लूंगी दी जायेगी, जिसे धारण करने के बाद ही उन्हें मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। बता दे कि ये नियम नागपुर के धंतोली गोपाल कृष्ण मंदिर, संकट मोचन पंचमुखी हनुमान मंदिर बेलोरी, बृहस्पति मंदिर कानॉली बारा और दुर्गा मंदिर हिलटप में लागू कराने को लेकर गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है।