इंदौर। मध्यप्रदेश को आज एक बड़ी उपलब्धि मिली जब इंदौर संभाग के धार ज़िले के गंधवानी में आयोजित कार्यक्रम में वस्त्र उद्योग से संबंधित पीएम मित्र पार्क के लिए एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। इस मौक़े पर उपस्थित बड़ी संख्या में उद्योगपतियों ने निवेश की रुचि संबंधी पत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौपे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम निवेश की राह में कोई बाधा नहीं आने देंगे। उन्होंने पीएम मित्र पार्क की स्थापना के लिए मध्यप्रदेश का चयन किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के प्रति आभार जताया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मौक़े पर उपस्थित निवेशकों से कहा कि वे जब भी चाहें भोपाल आकर उनसे मिल सकते हैं। उन्हें कार्य करने और अपने उद्यम के स्थापना के लिए मध्यप्रदेश सरकार हर संभव मदद करेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीएम मित्र पार्क को मध्यप्रदेश के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि यहाँ लगभग दो लाख की संख्या में रोज़गार का सृजन होगा। मुख्यमंत्री ने निवेशकों को युवाओं के लिए हाल ही में लागू मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि युवाओं को इस योजना के तहत अवसर प्रदान करें।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने अपने संबोधन में कहा के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पार्क की स्थापना के लिए रुचि दिखाई है और केंद्र सरकार के साथ बेहतर समन्वय किया है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव भी इस पार्क को प्रारंभ कराने के लिए लगातार सक्रिय रहे। यह पार्क धार ज़िले और समूचे वनवासी अंचल के औद्योगिक परिदृश्य को बदलने में मील का पत्थर साबित होगा। कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री दर्शना विक्रम जरदोस्, सांसद छतर सिंह दरबार, प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन मनीष सिंह, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, एमपीआईडीसी के प्रबंध संचालक डॉ. नवनीत कोठारी भी उपस्थित थे।
पी.एम. मित्र पार्क एक नजर में केन्द्रीय वस्त्र मंत्रालय ने देश के सात राज्य में सात पी.एम. मित्र पार्क अनुमोदित किए हैं। इनमें मध्यप्रदेश में भी एक पी.एम. मित्र पार्क शामिल हैं। यहां कपास से धागा, धागे से वस्त्र निर्माण और तैयार वस्त्र की बिक्री एवं निर्यात का कार्य एक स्थान पर होगा।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 5 एफ विजन (फार्म टू, फाइबर टू, फैक्ट्री टू, फैशन टू, फॉरेन) को साकार करने के लिए इन मेगा पार्क को विकसित किया जा रहा है। केन्द्र सरकार ने सात राज्यों के प्रस्तावों का चयन किया। मध्यप्रदेश के प्रस्ताव की मंजूरी के बाद धार जिले के भैंसोला को पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क के लिए सर्वाधिक अनुकूल मानते हुए अंतिम रूप से चयनित किया गया। यह पार्क इंदौर संभाग के धार जिले के भैंसोला में लगभग 1563 एकड़ भूमि पर विकसित होगा। पार्क की भूमि एम.पी.आई.डी.सी. के आधिपत्य में है। इस पार्क के विकास के लिए केन्द्र सरकार ने 2 चरण में 500 करोड़ रूपए की राशि प्रदान करने का फ़ैसला लिया है। पार्क में मध्यप्रदेश की उद्योग संवर्धन नीति में मिलने वाले समस्त लाभ उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसके साथ ही भारत सरकार ने 100 करोड़ से अधिक निवेश करने वाली इकाइयों को टर्न ओवर का 3 प्रतिशत (अधिकतम 15 करोड़ एवं 30 करोड़ तीन वर्ष तक प्रदान करने का निर्णय लिया है। इस पार्क के लिये केन्द्र और मध्यप्रदेश शासन के मध्य एक एस.पी.वी. का गठन किया जायेगा।
जिसमें राज्य शासन की हिस्सेदारी 51 प्रतिशत एवं केन्द्र सरकार की हिस्सेदारी 49 प्रतिशत होगी। टेक्सटाइल पार्क में निवेश के लिए 19 इकाइयों ने रूचि व्यक्त की है। इनके द्वारा करीब 6 हजार करोड़ रूपए से अधिक की राशि का निवेश किया जाना प्रस्तावित है। इसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग दो लाख रोजगार प्राप्त होंगे। टेक्सटाइल एवं गारमेन्टिंग सेक्टर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें अशिक्षित और अकुशल व्यक्तियों के लिए भी रोजगार के भरपूर अवसर होते हैं। इनमें 90 प्रतिशत से अधिक महिलाएँ शामिल होती हैं। इस नाते महिला सशक्तिकरण के दृष्टि से भी टेक्सटाइल पार्क का बहुत महत्व रहेगा। मध्यप्रदेश शासन ने ऐसे उद्योग जिनमें रोजगार के अवसर अन्य उद्योगों की तुलना में अधिक होते है, उनकी स्थापना पर लगातार जोर दिया है। इसके फलस्वरूप देश के टेक्सटाइल एवं गारमेन्ट उद्योग में मध्यप्रदेश को लेकर उत्साहजनक माहौल बना हुआ है। जनवरी माह में इंदौर में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भी टेक्सटाइल उद्योगों के लिए बड़ी संख्या में निवेशकों ने रुचि व्यक्त की थी।