इंदौर 27 फरवरी, 2021: इंदौर जिले में माफियाओं द्वारा खुर्द-बुर्द किया गया राशन संबंधित उपभोक्ताओं को उनका हक दिलवाते हुये वापस दिलवाया जा रहा है। जिला प्रशासन की इस अनूठी तथा अनुकरणीय पहल की शुरुआत आज स्थानीय देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में संबंधित हितग्राहियों को राशन वितरित कर की गयी। यह शुरुआत जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, विधायक रमेश मेंदोला तथा कलेक्टर मनीष सिंह ने पात्र हितग्राहियों को प्रतीक रूप में राशन वितरित कर की। इस पहल से 12 उचित मूल्य दुकानों के लगभग 51 हजार उपभोक्ताओं को राशन के रूप में उनका हक मिलेगा। उपभोक्ताओं को घर-घर उनका बकाया राशन पहुँचाया जायेगा।
इस अवसर पर इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष मधु वर्मा, पूर्व जनपद अध्यक्ष श्री रवि रावलिया, अपर कलेक्टर अभय बेडेकर सहित नगरीय निकायों तथा प्रशासन के अधिकारी, खाद्य विभाग के अधिकारी, शासकीय उचित मूल्य दुकानदार तथा वार्ड प्रभारी मौजूद थे।कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये तुलसीराम सिलावट ने कहा कि मानव सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है। समाज के हर वर्ग को पेट भर खाना मिले, कोई भूखा नहीं रहे, यह राज्य शासन का संकल्प है।
इस संकल्प को हर हाल में पूरा किया जा रहा है। गरीब एवं जरुरतमंदों के भोजन छिनने का प्रयास कुछ लोगों ने किया यह बहुत ही दुखद है। शासन-प्रशासन ने ऐसे राशन माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। गरीबों का हक छिनने वाले 31 आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर करायी गयी। गरीबों को हक दिलाना पुनीत कार्य है। सिलावट ने कहा कि प्रदेश में हर तरह के माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि गरीबों को खाने से वंचित नहीं रखा जाये। खाद्यान्न से वंचित करने वालों को छोड़ा नहीं जायेगा।
शासन ने तो गरीबों के लिये राशन पहुँचाया पर कुछ लोगों ने इस राशन के लिये गरीबों को भटकाया, राशन का गबन किया, यह दुखद था। इस घटना की पुर्नरावृत्ति नहीं होना चाहिये। सबको राशन मिले, पूरा मिले, सही दाम पर मिले यह सुनिश्चित किया जाये। इस अवसर पर कलेक्टर मनीष सिंह ने शासकीय उचित मूल्य दुकानदारों को उनके कर्त्तव्य तथा समाज के प्रति जवाबदेही बताते हुये हिदायत दी है कि वे सावधान एवं सचेत रहें। किसी भी जरुरतमंद के साथ धोखा नहीं करें। उनका हक नहीं छीनें। हक छीनने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।
गरीबों एवं जरुरतमंदों के साथ पूरा न्याय किया जाये। माफियाओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है। सभी दुकानदार समय पर दुकान खोलें। समय पर बंद करें। हर दिन दुकानें खोलकर रखें। उपभोक्ताओं को किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो। उपभोक्ताओं के साथ अच्छा एवं सम्मानजनक व्यवहार करें। गरीब के हक का राशन उन्हें अनिवार्य रूप से मिलना ही चाहिये। राशन वितरण में लापरवाही करने वाले अधिकारियों को भी नहीं छोड़ा जायेगा। उनके विरूद्ध भी सख्त कार्रवाई की जायेगी। उचित मूल्य दुकानदारों को हिदायत दी गयी कि वे गड़बड़ी बिलकुल नहीं करें।
गरीबों को पूरी मात्रा में निर्धारित दर से समय पर राशन दें। सभी दुकानदार अपनी-अपनी दुकानों में बोर्ड जरुर लगायें। हर दुकानदार यह तय करें कि उपभोक्ताओं को निर्धारित दर पर निर्धारित मात्रा में राशन मिले। गड़बड़ी करने वालों के विरुद्ध बाण्ड ओवर की कार्रवाई शुरु की गयी है। उन्होंने बताया कि 27 दुकानदारों को बाण्ड ओवर किया गया है। आगे भी बाण्ड ओवर की कार्रवाई की जायेगी।
कलेक्टर सिंह ने वार्ड प्रभारियों को निर्देश दिये कि वे अपने कार्यों को समय सीमा में करें। पात्रता पर्ची का कार्य लंबित नहीं रखें। उनका त्वरित निराकरण करें। सिंह ने कहा कि वन कार्ड वन नेशन के तहत उपभोक्ता कहीं से भी राशन ले सकता है। ऐसे किसी भी उपभोक्ता को राशन देने से वंचित नहीं किया जाये।
अपर कलेक्टर अभय बेडेकर ने कार्यक्रम में पात्रता पर्ची (राशन कार्ड) में नाम जोड़ने तथा नए राशन कार्ड बनाए जाने की प्रक्रिया तथा वन नेशन वन राशन कार्ड योजना क्रियान्वयन की जानकारी दी। ज्ञात रहे कि जिला प्रशासन द्वारा विगत माह राशन माफियाओं के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई करते हुये 80 लाख रूपये के घोटाले को उजागर किया गया था। उक्त कार्रवाई में 31 आरोपियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई थी तथा तीन आरोपियों को रासुका में निरूद्ध किया गया था।
गत 8 फरवरी को सम्पन्न हुई कलेक्टर-कमिश्नर्स कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा निर्देश दिये गये थे कि राशन माफियाओं द्वारा किये गये घोटाले के कारण जिन गरीब एवं जरूरतमंद व्यक्तियों को कम राशन प्राप्त हुआ था, उन्हें चिन्हित कर बकाया राशन प्रदान किया जाये। इन्हीं निर्देशों के अनुपालन में आज राशन लाभ से वंचित रहे कुछ हितग्राहियों को प्रतीकात्मक रूप से राशन प्रदान किया गया। पूरा राशन सभी पात्र हितग्राहियों के घर-घर प्रशासन द्वारा भिजवाने की व्यवस्था शुरू कर दी गई है।
शेष बाकी हितग्राहियों को भी आने वाले समय में बकाया राशन उपलब्ध कराया जायेगा। बताया गया कि घोटाले में शामिल आरोपियों से लगभग साढ़े 7 लाख रूपये की वसूली कर शासन के कोष में जमा करा दी गई है। शेष बकाया राशि की वसूली के लिये संबंधितों के विरूद्ध कुर्की की कार्रवाई भी की जा रही है।
हक मिलने से खुश हुये उपभोक्ताइस कार्यक्रम में अनेक उपभोक्ताओं को उनका हक दिलाया गया। राशन के रूप में मिले उनके हक से वे बहुत प्रसन्न दिखाई दिये। आज लाभान्वित उपभोक्ता राधाबाई, कलावती बाई,रीता खिंची, अर्जुन बेहद खुश थे। इनका कहना था कि राशन दुकानदारों ने कोरोना के समय हमें बहुत भटकाया। हमारे साथ छल एवं धोखा किया। हमारा राशन हड़प गये। आज हमें शासन-प्रशासन ने हमारा हक दिलाया। उन्होंने इसके लिये मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान तथा कलेक्टर मनीष सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया। इसी तरह के कुछ विचार आज लाभान्वित कैलाश केसरे, शारदाबाई, भारती, हंसाबाई चौहान, शमीम बी,पार्वती बाई, उर्मिला, सुमन, हीरालाल, नंदकिशोर, सुशीला, संतोष, ललिता, शोती, ताराबाई, राजेन्द्र सोलंकी के भी थे।