उज्जैन 25 फरवरी: उज्जैन की तराना तहसील के ग्राम नाहरखेड़ी में रहने वाले लच्छीराम पिता लालजीराम तकरीबन 50 वर्ष के हो चुके हैं। परिवार में एक लड़का, पत्नी और बहू है। लच्छीराम खेतों में मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। उन्हें हाल ही में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत पक्का मकान बनाये जाने के लिये अलग-अलग किश्तों में राशि प्रदाय की गई। अब जबकि वे पक्के मकान में रह रहे हैं तो परिवार और उनके मन में एक संतोष है, एक खुशी है जो उनके चेहरे पर साफ झलकती है।
लच्छीराम आज भी पुराने दिनों को याद करते हैं तो उन्हें विश्वास ही नहीं होता कि एक दिन ऐसा भी आयेगा, जब उनके सिर पर पक्की छत होगी। उन्होंने बताया कि पहले जब उनका मकान कच्चा था तो हर छह महीने में उन्हें कवेलु हटाकर बरसाती बदलनी पड़ती थी। बारिश के दिनों में पूरे घर में पानी भर जाता था, लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान बन जाने से अब वे पूरी तरह निश्चिंत हैं। उनका कहना है कि अब पीढ़ियों के रहने की व्यवस्था पक्के मकान बन जाने से हो गई है। लच्छीराम इसके लिये शासन का आभार व्यक्त करते हैं।