नई दिल्ली: कोरोना महामारी एक ऐसा संकट है जिसने कई देशो की हालत ख़राब कर दी थी इस बीच इस महामारी से लड़ने के एक ही शस्त्र था जिसका नाम वैक्सीन है. इस कोरोना वायरस से लड़ने में सक्षम एक मात्र हथियार वैक्सीन ही था जिसे बनाने में सभी देशो के वैज्ञानिक लगे हुए थे और इस साल की शुरुआत में ये वैक्सीन की खबर सभी के लिए खुशियों की सौगात लेकर आई है।
भारत देश में कोरोना 16 जनवरी से वैक्सीन टीकाकरण अभियान शुरू हो चूका है जिसमे सबसे पहले फ्रंट लाइन वर्कर्स को इसका पहला डोज दिया गया है। अब मार्च माह से देश में बुजुर्गों को भी मुफ्त में कोरोना का टीका लगाया जाएगा। इस टीकाकरण चरण की शुरुआत 1 मार्च से होगी।
वैक्सीन टीकाकरण देश में सभी जगह जोरो शोरो से चल रहा है और इसी बीच केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया है कि पीएम मोदी की कैबिनेट के सभी मंत्री कोरोना वैक्सीन का दाम चुकाने के बाद ही वैक्सीन लेंगे, उन्होंने अपनी बात में कहां है कि “सभी योग्य मंत्री टीके का खर्च खुद वहन करेंगे. उन्होंने कहा कि यह संख्या आगे चलकर और बड़ी होगी”
बता दें कि देश में 16 जनवरी से 24 फरवरी तक करीब 1.07 करोड़ लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी गई है वहीं 14 लाख लोगों को वैक्सीन का दूसरा टीका भी दे दिया गया है। इस माह मार्च से 60 साल और इससे अधिक वर्ष वालों को वैक्सीन देना शुरू किया जाएगा, इस बात का एलान खुद केंद्र सरकार ने किया है।
भारत देश कोरोना वैक्सीनेशन टीकाकरण के मामले में सबसे आगे चल रहा है यहाँ तक की भारत ने अमेरिका जैसे देश को भी इसमें मात दे दी है। साथ ही देश में वैक्सीन टीकाकरण का अभियान 16 जनवरी से शुरू हो गया है स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में बुधवार सुबह तक 1,21,65,598 लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी है, इसमें निर्धारित लक्ष्य के 68% स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई है।