उज्जैन 24 फरवरी। डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड/एसडीआरएफ संतोष कुमार जाट ने जानकारी दी कि मोक्षदायिनी शिप्रा नदी का रामघाट तट भारत के श्रद्धालुओं के लिये आस्था का केन्द्र है। इस तट पर वर्षभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है, लेकिन कुछ लोगों द्वारा इस पावन तट पर जीवनलीला समाप्त करने का प्रयास भी किया जाता है। बुधवार की सुबह पीपली नाका निवासी गोपालकृष्ण उम्र 40 वर्ष के द्वारा शिप्रा नदी में कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश की गई।
लेकिन घाट पर श्रद्धालुओं और नागरिकों की सुरक्षा में तैनात होमगार्ड के जवानों के द्वारा तत्काल रेस्क्यू करते हुए युवक को नदी से बाहर निकाला गया और प्राथमिक उपचार (सीपीआर) देने के पश्चात 108 पर कॉल कर अस्पताल भेजा गया। इस रेस्क्यू कार्य में होमगार्ड के जवान ईश्वर चौधरी, ओमप्रकाश शर्मा और सैनिक जगदीश ने सराहनीय कार्य किया। गोपालकृष्ण के स्टेबल होने के बाद उनकी काउंसलिंग की जायेगी तथा उन्हें निराशा से निकालने का प्रयास किया जायेगा।