उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य हैं जहां शुरुआत से ही कांग्रेस परिवार की नींव और यहां के ज़िले अमेठी में कांग्रेस और गाँधी परिवार का गढ़ रहा हैं लेकिन अब यहां भाजपा की केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अपने आशियाने को बनाने की तैयारी में लग चुकी हैं, और इसके लिए गाँधी परिवार के गढ़ के बीचों बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने घर के लिए साढ़े दस बिस्से जमीन भी खरीद ली हैं और घर बनने की तैयारी भी जल्द ही शुरू होने में हैं।
उत्तरप्रदेश के अमेठी में गौरीगंज जिला मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर स्मृति के आशियाने के लिए जमीन चयनित की गई है और इस जमीं की कीमत लगभग साढ़े बारह लाख रूपए बताई जा रही है। गाँधी परिवार के गढ़ में भाजपा नेता के घर के लिए यह जमीन चयनित हुई है वो शहर से करीब तीन किलोमीटर दूर टांडा-बांदा हाइवे से पूरे रोहिणी पांडेय गांव के पास से टिकरिया-मेदन मवई मार्ग के लिए जाने वाली सड़क पर बंद पड़े मदर डेयरी प्रोजेक्ट के सामने घर के लिए यह जमीन स्थित है।
बता दें कि स्मृति ईरानी के इस आशियाने के लिए ली गई जमीन के सभी मुख्य दस्तावेज लिखे जा चुके हैं और आज 22 फरवरी को दोपहर बारह बजे गौरीगंज स्थित डीएम आफिस में बने रजिस्ट्री आफिस में स्मृति ईरानी के नाम से जमीन की रजिस्ट्री की गई। इस जमींन को जिनसे खरीदा गया हैं उनका नाम गया प्रसाद पांडेय है जिन्होंने इस जमींन को बेचने के संदर्भ में बताया कि ”हमारा विकास, हमारे गांव का विकास, हमारे क्षेत्र का विकास हो इसके लिए हम स्मृति ईरानी को जमीन दे रहे हैं, आगे सब उनपर निर्भर है।
साथ ही स्मृति ईरानी को जमीं देने के बारे में जमींन मालिक का कहना हैं कि “दीदी जितना हमारे क्षेत्र का विकास करती हुई आ रही हैं उतना अभी तक किसी ने नहीं किया” साथ ही इस उन्होंने बताया कि-हमारे पास धीरू तिवारी और नन्हे पाण्डेय आए और कहा आप दीदी को जमीन देंगे? हमने कहा, हमको तो बेचना ही था लेकिन ये मेरे भाग्य की बात है कि जमीन स्मृति ईरानी ले रही हैं, इससे तो हमारे क्षेत्र-हमारे गांव का विकास सुनिश्चित हो जाएगा, इसलिए हमने जमीन देना स्वीकार किया.” साथ ही अब अमेठी की सांसद अब उनके बीच में ही रहेंगी, जोकि वहां की जनता के लिए और भी अच्छी बात हैं।