सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी का दूसरा दीक्षांत समारोह संपन्न, सुमित्रा महाजन रही गेस्ट ऑफ़ ओनर

Akanksha
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इंदौर, 20 फरवरी 2021। मध्य प्रदेश की पहली स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी, सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेस का दूसरा दीक्षांत समारोह गरिमापूर्ण कार्यक्रम के रूप में संपन्न हुआ। जिसमें 331 छात्रों ने डिग्री प्राप्त की जिसमे 5 छात्र- छात्राओ ने अलग-अलग विषयो में स्वर्ण पदक प्राप्त किया l मध्यप्रदेश की राज्यपाल माननीय आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन विशेष अतिथि थी। यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर डॉ. स्वाति मुजुमदार, और वाइस चांसलर डॉ. संजय कुमार सहित यूनिवर्सिटी के अन्य लोग भी इस दौरान मौजूद थे।

डॉ. स्वाति मजुमदार ने अपने उद्बोधन में छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा – मध्य प्रदेश की पहली स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी का इतिहास जब भी लिखा जाएगा, आज यहां से डिग्री हासिल कर रहे छात्र उसके पहले पन्ने पर स्थान हासिल करेंगे। आज आपकी शिक्षा भलें पूरी हो गई हो लेकिन सीखने की शुरुआत अब होगी। आगे चलकर आप कई चुनोतियों का सामना करेंगे। अच्छे और बुरे अनुभव आपको होंगे। ये अनुभव किसी भी प्रोफेसर से ज्यादा शिक्षा देंगे। आज की विडंबना ये है कि हमारे पास बड़े घर हैं लेकिन परिवार छोटे, डिग्रियां ज्यादा हैं लेकिन संवेदनाएं कम, नॉलेज ज्यादा है लेकिन जजमेंट कम, एक्सपर्ट्स ज्यादा हैं लेकिन समस्याएं भी बढ़ गई हैं, दवाईयों की भरमार है लेकिन हेल्थ नहीं हैं। फास्ट फूड है लेकिन पाचन धीमा हो चुका है। आप आगे किसी भी क्षेत्र में अपना करियर बनाएं लेकिन ध्यान रखें, खुशी और शांति के साथ मिली सफलता ही असल सफलता होती है। जीवन में हार्डवर्क, इनोवेशन, पैशन और कम्पेशन के दम पर कुछ भी हासिल किया जा सकता है। कभी भी उम्मीद ना छोड़ें और किसी भी चीज़ के लिए ना नहीं कहें।

अध्यक्षीय उद्बोधन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा- आज का दिन बहुत ख़ुशी का दिन है उन छात्रो के लिए जिन्होंने चार पांच सालों का अथक परिश्रम किया, साधना की और आज उन्हें इस दीक्षांत समारोह के माध्यम से उन्हें सम्मानित किया गयाl यूनिवर्सिटी में केवल डिग्री ही नहीं ली जाती है बल्कि एक अच्छा इंसान बनने की भी शीक्षा भी दी जाती है l आजादी का मतलब ही यही था की सभी को समान आधिकार मिलेl हमारा संविधान कहता है की 14 वर्ष तक के बच्चों को अनिवार्य रूप से शिक्षा प्राप्त होनी चाहिए साथ ही हमारा भी कर्तव्य है की हम उन लोगो की मदद करे जो समाज में पिछड़े हुवे हैl आज आजादी के इतने सालों बाद भी शिक्षा का स्तर नहीं सुधर पाया है पर अब सरकार इस पर विशेष ध्यान दे रही हैl आज यदि हम नए भारत के निर्माण की बात करते हैं तो हमें अपने इतिहास को याद रखना होगा। आज हमें पुरानी नींव पर नए भारत की इमारत खड़ी करना होगी। इसके लिए सिम्बायोसिसि जैसी यूनिवर्सिटी का योगदान भी महत्वपूर्ण है। हमें ऐसे शिक्षण संस्थान बनाने होंगे जहां दूसरे देशों से छात्र पढ़ने आएं। जब वे लौटकर वापस जाएं तो भारत का गुणगान करें। यही हमारे पुनः विश्व गुरू बनने का मार्ग प्रशस्त करेगा।

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा – हमे ऐसी शिक्षा व्यवस्था पर जोर देना होगा जो विद्यार्थियों को एक संपूर्ण व्यक्ति बनाए। मैं उन सभी बच्चो को बधाई देती हूँ जिन्होंने आज इस दीक्षांत समारोह में डिग्री प्राप्त की और जो अब जीवन के दूसरे पड़ाव में अपना कदम रखने जा रहे है, उसके लिए में उनके उज्वल भविष्य की कामना करती हूँl साथ ही में उन शिक्षकगण को भी बधाई देती हूँ जिनके अथक प्रयासों से बच्चो ने सफलता प्राप्त कीl आज पिता डॉ. एस. बी. मजुमदार द्वारा स्थापित सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी को उनकी बेटी स्वाति एवं विद्या मजुमदार सफलता पूर्वक संभाल रही है, जिसे देखकर बड़ी ख़ुशी और गर्व होता है की अब महिलाए भी किसी से कम नहीं है l सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी देश का पहला ऐसा संस्थान है जो युवाओं को उद्योगों की जरूरत के मुताबिक शिक्षा दे रहा है, और कुशल बना रहा है। हमें ऐसे ही शिक्षण संस्थानों की जरूरत है।

समारोह की शुरुआत में डॉ. स्वाति मुजुमदार ने कहा – आज का दिन यूनिवर्सिटी से संबंधित सभी लोगों के लिए यादगार है। 2016 में शुरु हुई इस यूनिवर्सिटी की दूसरी बैच के छात्र-छात्राएं आज अपनी पढ़ाई पूरी कर चुके हैं। यूनिवर्सिटी को आम संस्थानों से अलग बनाने के लिए हमने रेग्यूलर की जगह विशेष कोर्स शुरू किए क्योंकि हमारा मकसद छात्रों को उद्योगों की मांग के अनुरूप तैयार करना था।
वाइस चांसलर डॉ. संजय कुमार ने यूनिवर्सिटी की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि – पिछला साल पुरे विश्व के लिए चुनोतिपूर्ण था l कोविड महामारी का असर हर क्षेत्र में पड़ा पर सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी द्वारा ऑनलाइन क्लास के माध्यम से बच्चो को शिक्षा प्रदान की और समय पर परिणाम भी घोषित किये गएl यहां छात्रों को 70 फीसदी व्यवहारिक ज्ञान दिया जाता है। इसके लिए कैंपस में ही मॉक बैंक और रिटले स्टोर स्थापित किए गए हैं। 30 से ज्यादा प्रयोगशालाओं में अत्याधुनिक उपकरण लगे हैं। हर 20 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक उपलब्ध है। इसके अलावा उन्होंने अन्य शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी भी दी।

कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल महोदय ने मेधावी छात्र-छात्राओं को गोल्ड मैडल भी प्रदान किए। राष्ट्रगान के साथ गरिमामय समारोह का समापन हुआ।