नई दिल्ली: केंद्र सरकार के कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली में पिछले कई महीनों से प्रदर्शन जारी हैं,यह मुद्दा अब इतना बढ़ा हो गया है कि इसमें देश के ही नहीं बल्कि विदेश के लोगों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दर्ज कराई थी। कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमाओ पर देश के किसान कई दिनो से विरोध प्रदर्शन कर रहे है, इसी क्रम में विरोध कर रहे किसानो को निशाना बनाए जाने की खबर सामने आ रही है।
बता दें कि, दिल्ली सीमा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानो को निशाना बनाने के लिए खालिस्तान कमांडो फोर्स द्वारा एक वैश्विक साजिश रची जा रही है। जिसके लिए देश की ख़ुफ़िया एजेंसी RAW और इंटेलिजेंस ब्यूरो, इस आतंकी संगठन की कोशिशों पर नजर रखे हुए है, जिसमे प्रदर्शन कर रहे किसानों को निशाने बनाए जाने के संबंध में ख़ुफ़िया एजेंसियो की एक रिपोर्ट भी तैयार की गई थी, जिसमे इस साजिश को बनाने वाले साजिशकर्ता बेल्जियम और यूनाइटेड किंगडम के हैं जिन्होंने समन्वित तरीके से दिल्ली की सीमा पर विरोध कर रहे एक किसान नेता को खत्म करने की योजना तैयार की है।
क्या है KCF संगठन-
बता दें कि यह संगठन KCF एक आतंकवादी संगठन है और इस संगठन पर भारत में हुई विभिन्न हत्याओं में शामिल होने के कई आरोप है। बात अगर इसके सदस्यों की करें तो इसके सदस्य कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, बेल्जियम और पाकिस्तान जैसे विभिन्न देशों के हैं। हालही में ख़ुफ़िया एजेंसी को इस संगठन द्वारा एक किसान नेता को खतम करने की योजना बनाने की रिपोर्ट मिली थी। इसके बाद इनपुट रिपोर्ट में इस संगठन KCF के बेल्जियम और ब्रिटेन में रहने वाले तीन आतंकवादियों ने दिल्ली की सीमा पर वर्तमान में विरोध कर रहे किसान नेता की हत्या की योजना बनाई है।
क्या कारण है किसान नेता को मारने का-
ख़ुफ़िया एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार ये किसान नेता पिछले दिनों पंजाब में केसीएफ कैडरों के सफाया करने वाले संगठन में कथित रूप से शामिल था। इसी के चलते देश की खफिया एजेंसियों को जो जानकारी मिली है उसमे ये कहा गया है कि केसीएफ का मानना है-“इस समय पर नेता की हत्या से भारत में हिंसा बढ़ सकती है और हत्या का आरोप सरकारी एजेंसियों या किसी राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं पर होगा”