मध्यप्रदेश के श्योपुर में कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता साशा की मृत्यु के बाद से ही वन विभाग एक्टिव हो गया है। अब इस पार्क विभाग में 19 चीतों की 24 घंटे निगरानी की जा रही है। आपको बता दें, 6 महीने पहले कूनो नेशनल पार्क में चीतों को बसाया गया था। नामीबिया से आए यह 8 चीतों को सितंबर में लाया गया था। जिसके 6 महीने बाद ही कूनो से दुखद खबर सामने आई। ‘साशा’ चीता की मौत के बाद अब पार्क के कर्मचारी सचेत हो गए है। दरअसल, साशा की मौत उसकी किडनी में संक्रमण से हो गई थी। जिसके बाद अब अधिकारी 24 घंटे निगरानी रखेंगे।
आपको बता दें कि इसके बाद नामीबिया से आई एक और मादा चीता सियाया ने कल 4 शावको को जन्म दिया। जानकारी के मुताबिक, यह नामीबिया से ही गर्भवती आई थी। सियाया को अलग से बाड़े में रखा गया था। 24 घंटे कैमरा की निगरानी में इनको रखा गया था। सुबह सुबह सियाया ने 4 शावको को जन्म दिया था और ये सभी कुछ कैमरे में कैद हो गया। जैसे ही वन विभाग की टीम की नजर इस दृश्य पर पड़ी वे तुरंत ही बच्चो की तलाश में चलें गए थे।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर को नामीबिया से आए 8 चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। यह 8 चीतों को एक विशेष विमान से लाया गया था। जनवरी से ही सभी चीतों की निगरानी की जा रही थी। जिनमें से एक मादा चीता साशा की मौत हो गई। जिसके बाद अधिकारियों की चिंता बढ़ गई थी और अब इन चीतों पर 24 घंटे की निगरानी की जायेगी। इस प्रोजेक्ट पर इतनी चिंता इसलिए भी की जा रही है, क्योंकि यह चीता प्रोजेक्ट पीएम नरेंद्र मोदी का है। इसी वजह से यह काफी महत्वपूर्ण है।