कोरोना काल के दौरान सभी धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया था, लेकिन अब यह प्रतिबंध खुल गए है। अब किसी भी तरह की रोक टोक नहीं है और कोई भी कही भी आ जा सकता है। चाहे वह तीर्थस्थल ही क्यों ना हो। वहीं अब हाल ही में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को शिवराज सरकार ने फिर से हरी झंडी दे दी है। इस योजना को विधिवत लागू कर पात्र लोगों को लाभ पहुंचाने का एलान हो गया है।
वे भिंड में संत रविदास की जयंती और चंबल संभाग की विकास यात्रा के शुभारंभ के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा, “संत रविदास की जन्मस्थली को भी इस सरकारी तीर्थ यात्रा योजना में शामिल किया जाएगा। इसे मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना के नाम से जाना जाता है। हम तीर्थ यात्रा के लिए वरिष्ठ नागरिकों को भी विमानों से ले जाएंगे।”
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इस योजना के तहत तहत 60 वर्ष से अधिक आयु के श्रद्धालुओं को (मध्य प्रदेश के स्थाई निवासी हों) उन्हें योजना का लाभ दिया जा सकता है। इसके अलावा 60 फीसदी से अधिक दिव्यांग को आयु की भी छूट दी गई है। इसके अलावा दिव्यांग के साथ एक अन्य व्यक्ति को भी यात्रा का नियम है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तीर्थ दर्शन यात्रा को पुनः शुरू करने का एलान कर दिया है। विधानसभा में वित्त मंत्री ने इस बात की घोषणा की है कि एक बार फिर मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के जरिए श्रद्धालुओं को धार्मिक यात्राओं का लाभ मिलने जा रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते यात्रा को बंद कर दिया गया था।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की इस घोषणा से प्रदेश के हजारोंं दिव्यांग को लाभ मिलेगा। इससे पहले प्रदेश में कई सालों से बुजुर्गो के लिए तीर्थ दर्शन योजना चल रही है, इसके अंतर्गत सभी जिलों के बुजुर्ग तीर्थ यात्रा का लाभ ले रहे हैं। अब दिव्यांग भी इसका उठाएंगे।